अहमदाबाद न्यूज डेस्क: मकर संक्रांति का त्योहार करीब आ गया है, और अहमदाबाद के बाजारों में गन्ने की खरीदारी जोरों पर है। खासकर मद्रासी गन्ना, जो काले रंग का होता है, इस समय काफी लोकप्रिय है। गन्ना विक्रेता अजयभाई पाटनी के मुताबिक, यह गन्ना सीधे मद्रास से आता है। पहले सिद्धपुर के लाल गन्ने का इस्तेमाल ज्यादा होता था, लेकिन बीते कुछ वर्षों में मद्रासी गन्ने की मांग तेजी से बढ़ी है।
इस साल गन्ने की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिली है। एक लोड गन्ने की कीमत पिछले साल के 700 रुपये से बढ़कर इस साल 1050 रुपये हो गई है। हालांकि, एक सैकड़ा गन्ने की कीमत इस साल भी 100 रुपये ही रखी गई है। विक्रेताओं का कहना है कि कीमतें बढ़ने के बावजूद ग्राहक गन्ने की खरीदारी में कोई कमी नहीं दिखा रहे।
मकर संक्रांति पर गन्ने का विशेष महत्व है। इसे फसल के त्योहार, रिश्तों में मिठास, और एकता का प्रतीक माना जाता है। गन्ना खासकर महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, और तमिलनाडु में मुख्य फसल के रूप में उगाया जाता है। यह समृद्धि और मेहनत के फल का भी प्रतीक है। इस दिन लोग गुड़ और तिल से बनी मिठाइयों का आदान-प्रदान करते हैं, जो मधुर संबंधों और सुख-समृद्धि की कामना का प्रतीक है।
गन्ने को सहनशक्ति और मजबूती का प्रतीक भी माना जाता है। यह न केवल फसल कटाई का जश्न है, बल्कि प्रकृति की कृपा और आने वाले वर्ष में आशावाद का प्रतीक भी है। मकर संक्रांति के दौरान गन्ने की उपस्थिति इस त्योहार को और खास बना देती है।