ताजा खबर
अहमदाबाद प्लेन क्रैश: जांच में शामिल हुए ‘ह्यूमन फैक्टर’ एक्सपर्ट, पायलट पर WSJ का बड़ा दावा   ||    अहमदाबाद में ‘रेप-गैंगरेप’ चेतावनी वाले पोस्टर्स पर बवाल, पुलिस ने किया पल्ला झाड़ा   ||    सोनम बाजवा सातवें आसमान पर – ‘गड्डे गड्डे चा’ को मिला राष्ट्रीय पुरस्कार, चमक रहा है करियर का सितारा   ||    शाहरुख खान ने नेशनल अवॉर्ड के लिए आभार जताया!   ||    डिनर डेट पर नजर आये तारा सुतारिया और वीर पाहाड़िया!   ||    अल्लू अर्जुन ने विक्रांत मैसी और रानी मुखर्जी को नेशनल अवार्ड जीतने पर दी बधाई!   ||    मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन अहमदाबाद में 12 मंजिला ऊंचाई पर दौड़ेगी, साबरमती पर बन रहा 36 मीटर ऊंचा प...   ||    कानपुर में अहमदाबाद जाने वाली जनसाधारण एक्सप्रेस का डिब्बा पटरी से उतरा, बड़ा हादसा टला   ||    साबरमती रिवरफ्रंट पर दौड़े उमर अब्दुल्ला, अटल ब्रिज की तारीफ, बोले- सबसे खूबसूरत जगहों में से एक   ||    विमान हादसे के पीड़ितों के परिवार को 10 करोड़ मुआवजे का लालच देकर ठगी की कोशिश, धमकी भी दी   ||   

2 साल का बच्चा एवरेस्ट के बेस कैंप तक पहुंच बना दुनिया का सबसे कम उम्र का पर्वतारोही

Photo Source :

Posted On:Monday, January 29, 2024

जिस उम्र में बच्चे बोलना सीखते हैं, उस उम्र में ब्रिटिश मूल के दो वर्षीय टॉट कार्टर ने दुनिया के सबसे कम उम्र के पर्वतारोही बनने का खिताब जीता है। वह एवरेस्ट के बेस कैंप तक पहुंचने वाला सबसे कम उम्र का बच्चा बन गया है. इससे पहले चेक गणराज्य के एक 4 साल के बच्चे ने एवरेस्ट के बेस कैंप पर पहुंचकर सभी को चौंका दिया था. हालाँकि उसके माता-पिता इस सफलता से बहुत खुश हैं, उन्होंने कहा कि बच्चे को ठीक से साँस लेने और छोड़ने के लिए गहन प्रशिक्षण की आवश्यकता है। इसके अलावा रास्ते में समय-समय पर उचित स्वास्थ्य जांच एवं रक्त परीक्षण भी किया गया।

परिवार एशिया के एक साल के दौरे पर था

जानकारी के मुताबिक टॉट कार्टर अपने माता-पिता के साथ एवरेस्ट के बेस कैंप पर पहुंच गए हैं. मीडिया को दिए एक बयान में उनके पिता रॉस ने कहा कि वह परिवार के साथ एशिया के एक साल के दौरे पर हैं. घटना 25 अक्टूबर 2023 की है, जब मैं अपनी पत्नी जेड और बेटे के साथ नेपाल के दक्षिणी स्थल पर 17598 फीट की ऊंचाई पर बेस कैंप पर गया था. उसने बताया कि वह स्कॉटलैंड के ग्लासगो का रहने वाला है और एक निजी कंपनी में सेल्स मैनेजर है। हमारी यात्रा एक साल तक चली, जिसमें हमने श्रीलंका, नेपाल और मालदीव समेत कई स्थानों का दौरा किया। उन्होंने कहा कि इन सबके लिए हमने स्वास्थ्य विशेषज्ञों से पर्याप्त प्रशिक्षण प्राप्त किया है और इसके लिए पूरी तैयारी की है।

माता-पिता को मोशन सिकनेस है, लेकिन बच्चे को कोई समस्या नहीं है

रॉस के अनुसार, बेस कैंप में जाने से पहले बच्चे का रक्त परीक्षण और अन्य स्वास्थ्य जांच की गई। जब हम बेस कैंप की ओर जा रहे थे तो बच्चे को कोई समस्या नहीं हुई, लेकिन वह और उसकी पत्नी जेड मोशन सिकनेस से पीड़ित थे। उन्होंने कहा कि हम यात्रा के लिए पूरी तरह तैयार होकर गए थे। रास्ते में ठंड से बचाव और नींद के लिए हमने जैकेट और टेंट ले लिया.


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.