अहमदाबाद न्यूज डेस्क: अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे को लेकर अमेरिका से एक नई आशंका सामने आई है। अमेरिकी सीनियर अटॉर्नी माइक एंड्यूज, जो इस हादसे के ज्यादातर पीड़ित परिवारों का केस लड़ रहे हैं, ने फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (एफडीआर) उपलब्ध करवाने की मांग की है। उनका कहना है कि यह हादसा संभवतः तकनीकी गड़बड़ी से हुआ, न कि पायलट या क्रू की गलती से। एंड्यूज ने अमेरिका में फ्रीडम ऑफ इंफॉर्मेशन एक्ट (FOIA) के तहत एफडीआर डेटा हासिल करने के लिए औपचारिक अर्जी भी दाखिल की है।
एंड्यूज ने अपने बयान में कहा कि विमान के प्रोटेबल वाटर सिस्टम से पानी लीक होने की संभावना है। इससे शॉर्ट सर्किट हुआ होगा, जिसकी वजह से एआई-171 विमान के दोनों इंजन फेल हो गए। उनका तर्क है कि शॉर्ट सर्किट से फ्यूल कंट्रोल स्विच अपने आप बंद हो गए होंगे और दोनों इंजनों की ताकत एकसाथ खत्म हो गई। उन्होंने साफ कहा कि अगर यह सच है, तो हादसे का जिम्मा क्रू की लापरवाही नहीं बल्कि सिस्टम फेल्योर पर आता है।
इस दलील को मजबूती अमेरिका की फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) के उस निर्देश से मिलती है, जिसमें 14 मई को बोइंग 787 विमानों में पानी लीक होने से संभावित खतरों की चेतावनी दी गई थी। FAA ने कहा था कि पानी अगर इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम तक पहुंचता है, तो फ्लाइट कंट्रोल और एवियॉनिक्स जैसे अहम हिस्से फेल हो सकते हैं। एंड्यूज का कहना है कि यह संभावना अहमदाबाद हादसे की बड़ी वजह हो सकती है।
बता दें कि 12 जून को हुए इस हादसे में विमान में सवार 241 यात्रियों और क्रू सदस्यों के अलावा जमीन पर मौजूद 19 लोगों की भी जान गई थी। यह विमान अहमदाबाद से लंदन जा रहा था लेकिन टेकऑफ के डेढ़ मिनट बाद ही दुर्घटनाग्रस्त होकर मेडिकल कॉलेज परिसर में गिर गया। इस मामले की जांच भारत का एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इंवेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) कर रहा है।