अहमदाबाद न्यूज डेस्क: गुजरात में फर्जीवाड़े का एक और हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां अहमदाबाद पुलिस ने शहर के सिविल कोर्ट के सामने चल रही एक नकली कोर्ट को पकड़ा है। यह नकली कोर्ट काफी समय से चल रही थी और इसमें मॉरिस क्रिश्चन नाम के व्यक्ति ने विवादित जमीनों के कई ऑर्डर कर डाले, जिनमें से कई डीएम ऑफिस तक भी पहुंचे और कुछ डीएम ऑफिस से भी पास हो गए।
अहमदाबाद सिटी सिविल सेशंस कोर्ट के जज के पास जब यह मामला पहुंचा, तो जांच के बाद रजिस्ट्रार ने कारंज पुलिस थाने में एफआईआर दाखिल की। पुलिस ने जांच के बाद मॉरिस को दबोच लिया और नकली कोर्ट के खुलासे से हड़कंप मच गया है। यह मामला गुजरात में फर्जीवाड़े के बढ़ते मामलों को दर्शाता है, जहां पहले से ही फेक पीएमओ ऑफिसर, नकली आईएएस और फर्जी आईपीएस के मामले सामने आ चुके हैं।
अहमदाबाद पुलिस ने वकील मॉरिस सैमुअल क्रिश्चियन के खिलाफ बड़ा मामला दर्ज किया है। आरोप है कि उसने अपनी झूठी अदालत बनाकर लोगों को धोखा दिया और न्याय के नाम पर अवैध कार्य किए। पुलिस ने आईपीसी की कई धाराओं में मामला दर्ज किया है, जिनमें धोखाधड़ी, जालसाजी और साजिश शामिल हैं। यह कार्रवाई सेशन कोर्ट के आदेश पर हुई है।
आरोपी ने अपनी नकली अदालत में अदालत जैसा माहौल बनाया, जहां वह स्वयं न्यायाधीश की भूमिका में था और अपने कर्मचारियों और वकीलों को तैनात किया था। उसने एकतरफा आदेश पारित कर सरकारी जमीन को निजी व्यक्ति के नाम कर दिया, जबकि मूल अदालत में इस मामले पर विचार चल रहा था। अदालत ने कहा कि आरोपी को मध्यस्थ-न्यायाधीश के रूप में नियुक्त नहीं किया गया था, लेकिन उसने अवैध रूप से कार्य किया।