ताजा खबर
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन अहमदाबाद में 12 मंजिला ऊंचाई पर दौड़ेगी, साबरमती पर बन रहा 36 मीटर ऊंचा प...   ||    कानपुर में अहमदाबाद जाने वाली जनसाधारण एक्सप्रेस का डिब्बा पटरी से उतरा, बड़ा हादसा टला   ||    साबरमती रिवरफ्रंट पर दौड़े उमर अब्दुल्ला, अटल ब्रिज की तारीफ, बोले- सबसे खूबसूरत जगहों में से एक   ||    विमान हादसे के पीड़ितों के परिवार को 10 करोड़ मुआवजे का लालच देकर ठगी की कोशिश, धमकी भी दी   ||    राजकुमार राव ने 8 साल पुराने केस में जलंधर कोर्ट में किया आत्मसमर्पण, मिली जमानत   ||    सलमान खान की सोशल मीडिया पोस्ट से शुरू हुई राजनीतिक और फिल्मी अटकलें ​​​​​​​   ||    कियारा अडवाणी के जन्मदिन पर वॉर 2 का फर्स्ट सिंगल आवण जावण रिलीज़ हुआ!   ||    सिला की शूटिंग के लिए वियतनाम पहुंचे हर्षवर्धन राणे और सादिया खतीब!   ||    एक्टर को एक्टर ही रहना चाहिए — 'अंदाज़ 2' के प्रमोशन में बोले सुनील दर्शन   ||    अनब्रोकन: द उन्मुक्त चंद स्टोरी का टीज़र रिलीज़ हुआ!   ||   

गुजरात के अहमदाबाद में नकली कोर्ट का खुलासा, जज की भूमिका में रहे आरोपी ने दिए कई ऑर्डर

Photo Source : TV9 Bharatvarsh

Posted On:Tuesday, October 22, 2024


अहमदाबाद न्यूज डेस्क: गुजरात में फर्जीवाड़े का एक और हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां अहमदाबाद पुलिस ने शहर के सिविल कोर्ट के सामने चल रही एक नकली कोर्ट को पकड़ा है। यह नकली कोर्ट काफी समय से चल रही थी और इसमें मॉरिस क्रिश्चन नाम के व्यक्ति ने विवादित जमीनों के कई ऑर्डर कर डाले, जिनमें से कई डीएम ऑफिस तक भी पहुंचे और कुछ डीएम ऑफिस से भी पास हो गए।

अहमदाबाद सिटी सिविल सेशंस कोर्ट के जज के पास जब यह मामला पहुंचा, तो जांच के बाद रजिस्ट्रार ने कारंज पुलिस थाने में एफआईआर दाखिल की। पुलिस ने जांच के बाद मॉरिस को दबोच लिया और नकली कोर्ट के खुलासे से हड़कंप मच गया है। यह मामला गुजरात में फर्जीवाड़े के बढ़ते मामलों को दर्शाता है, जहां पहले से ही फेक पीएमओ ऑफिसर, नकली आईएएस और फर्जी आईपीएस के मामले सामने आ चुके हैं।

अहमदाबाद पुलिस ने वकील मॉरिस सैमुअल क्रिश्चियन के खिलाफ बड़ा मामला दर्ज किया है। आरोप है कि उसने अपनी झूठी अदालत बनाकर लोगों को धोखा दिया और न्याय के नाम पर अवैध कार्य किए। पुलिस ने आईपीसी की कई धाराओं में मामला दर्ज किया है, जिनमें धोखाधड़ी, जालसाजी और साजिश शामिल हैं। यह कार्रवाई सेशन कोर्ट के आदेश पर हुई है।

आरोपी ने अपनी नकली अदालत में अदालत जैसा माहौल बनाया, जहां वह स्वयं न्यायाधीश की भूमिका में था और अपने कर्मचारियों और वकीलों को तैनात किया था। उसने एकतरफा आदेश पारित कर सरकारी जमीन को निजी व्यक्ति के नाम कर दिया, जबकि मूल अदालत में इस मामले पर विचार चल रहा था। अदालत ने कहा कि आरोपी को मध्यस्थ-न्यायाधीश के रूप में नियुक्त नहीं किया गया था, लेकिन उसने अवैध रूप से कार्य किया।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.