अहमदाबाद न्यूज डेस्क: नवा वड़ज के AMTS बस डिपो की पुरानी दीवार गिरने से 30 वर्षीय सुरेश भारवाड की मंगलवार सुबह दर्दनाक मौत हो गई। जवाहरनगर में अपने घर के बाहर बैठे सुरेश के ऊपर सुबह 6.30 बजे अचानक दीवार ढह गई और वह मलबे में दब गया। पड़ोसियों ने तुरंत उसे मलबे से बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया, लेकिन गंभीर चोटों के कारण उनकी मौत हो गई। इस घटना में पास खड़ी कई छोटी गाड़ियां और पैडल रिक्शा भी क्षतिग्रस्त हो गए।
स्थानीय लोगों ने बताया कि दीवार कई सालों से खतरनाक स्थिति में थी और पहले भी इसका हिस्सा गिर चुका था। निवासियों और नवा वड़ज के वार्ड पार्षद का कहना है कि उन्होंने पिछले तीन महीनों में कई बार इसकी शिकायत की थी, लेकिन मरम्मत नहीं कराई गई। एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा, "हमने उन्हें मलबे से बाहर निकाला, लेकिन उनकी हालत बहुत गंभीर थी।" एक स्थानीय निवासी ने बताया, "हम यहां 40 साल से रह रहे हैं। बच्चे यहीं खेलते हैं और परिवार इकट्ठा होते हैं। बार-बार कहने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई।"
वड़ज पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। रिपोर्टों के अनुसार, अगर AMC द्वारा 7 मई को जारी किए गए मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) का पालन किया गया होता, तो इस दुर्घटना को टाला जा सकता था। SOP के तहत सभी AMC भवनों और संरचनाओं का वर्ष में दो बार निरीक्षण और मरम्मत करना अनिवार्य है। बावजूद इसके, पार्षद द्वारा तीन पत्र भेजने के बाद भी इंजीनियरों ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिससे नागरिक ढांचों के रखरखाव में लापरवाही सामने आई।
SOP का उद्देश्य विभिन्न AMC संपत्तियों जैसे सिविक सेंटर, शहरी स्वास्थ्य केंद्र, स्कूल, पुस्तकालय और सामुदायिक हॉल की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। प्रत्येक वार्ड कार्यालय को सभी AMC भवनों की डिजिटल और भौतिक रिकॉर्ड के साथ विस्तृत सूची बनाए रखना अनिवार्य है। यह घटना भविष्य में ऐसे टाले जा सकने वाले हादसों को रोकने के लिए रखरखाव नियमों के कड़ाई से पालन की जरूरत को उजागर करती है।