अहमदाबाद न्यूज डेस्क: अहमदाबाद का कालूपुर रेलवे स्टेशन 2,384 करोड़ रुपये की लागत से नए रूप में विकसित किया जा रहा है। यह देश का एक अत्याधुनिक मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब बनने जा रहा है, जहां बुलेट ट्रेन, मेट्रो और भारतीय रेलवे की सुविधाएं एक साथ मिलेंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 फरवरी 2024 को इस प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी थी, जिसे अब एक साल पूरा हो चुका है। पुनर्विकास कार्य तेजी से जारी है, और इसे 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
वर्तमान में, कालूपुर रेलवे स्टेशन से रोजाना 1.25 लाख यात्री यात्रा करते हैं, लेकिन नए डिजाइन को तीन लाख यात्रियों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। रेलवे स्टेशन में 16 मंजिला दो ऊंची इमारतें बनाई जाएंगी, साथ ही यहां देश का सबसे बड़ा 54,160 वर्ग मीटर का कॉन्कोर्स क्षेत्र विकसित किया जा रहा है, जहां यात्री सुगमता से आ-जा सकेंगे। इस विशाल कॉन्कोर्स में बैठने, इंतजार करने और ट्रेन बदलने जैसी सुविधाएं यात्रियों को सहजता से मिलेंगी।
फिलहाल स्टेशन पर कुल 12 प्लेटफॉर्म और 16 ट्रैक हैं, लेकिन बुलेट ट्रेन परियोजना के चलते इनमें से तीन प्लेटफॉर्म अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए हैं। पुनर्विकास कार्य के तहत नए प्लेटफॉर्म चरणबद्ध तरीके से बनाए जाएंगे, पहले पीछे के प्लेटफॉर्म तैयार किए जाएंगे और फिर क्रमशः अन्य प्लेटफॉर्मों पर काम होगा। जैसे-जैसे निर्माण कार्य पूरा होगा, सभी 12 प्लेटफॉर्म को फिर से शुरू कर दिया जाएगा, जिससे यात्री आवागमन में कोई बाधा न हो।
इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को रेलवे भूमि विकास प्राधिकरण (RLDA) द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है, जो भारतीय रेलवे के अधीन आता है। RLDA का मुख्य कार्य रेलवे की बेकार पड़ी जमीनों का विकास करना है। कालूपुर स्टेशन के अलावा, गुजरात के अन्य 16 रेलवे स्टेशनों जैसे साबरमती, मणिनगर, भुज, वटवा, असारवा, वीरमगाम, ध्रांगध्रा और भीलडी का भी करोड़ों रुपये की लागत से नवीनीकरण किया जा रहा है, जिससे राज्य के रेलवे नेटवर्क को नया रूप दिया जा सके।