अहमदाबाद न्यूज डेस्क: पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में मंगलवार को पुलिस ने सात बांग्लादेशी नागरिकों को उनके चार बच्चों के साथ गिरफ्तार किया। ये सभी लोग बांग्लादेश के खुलना जिले से आए थे और दो साल से अहमदाबाद में रह रहे थे। जब वे सीमा पार कर बांग्लादेश वापस लौटने की कोशिश कर रहे थे, तब उन्हें धनतला थाना क्षेत्र के बरनबेरिया निरालापारा से पकड़ा गया। अब उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है और पुलिस उनके अन्य साथियों की तलाश में जुटी है।
इस बीच महाराष्ट्र के पालघर जिले में भी एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां पुलिस ने देह व्यापार के एक गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए तीन बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया। इन लोगों के पास एक फ्लैट था, जहां एक नाबालिग लड़की और एक 21 वर्षीय युवती को जबरन देह व्यापार में धकेला जा रहा था।
पुलिस को गुप्त सूचना मिलने पर वसई के नायगांव इलाके में 26 जुलाई को छापेमारी की गई। इस दौरान मोहम्मद खालिद बापारी, जुबेर हारुन शेख और शमीन गफ्फार सरदार को गिरफ्तार किया गया। इन तीनों की नागरिकता बांग्लादेश की पाई गई है। पुलिस के अनुसार, दोनों लड़कियों को भी बांग्लादेश से तस्करी कर भारत लाया गया था और उन्हें इस धंधे में मजबूर किया गया था।
इन दोनों मामलों ने सीमा पार से हो रही अवैध घुसपैठ और मानव तस्करी के बढ़ते मामलों पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। न केवल सुरक्षा व्यवस्था पर चिंतन जरूरी है, बल्कि तस्करी रोकने के लिए भी ज्यादा मजबूत और सतर्क व्यवस्था की ज़रूरत है।