अहमदाबाद न्यूज डेस्क: गुजरात में राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) ने मंगलवार को ऐतिहासिक दांडी यात्रा की शुरुआत की। इस मौके पर प्रदेश के शिक्षा मंत्री प्रफुल्ल पंशेरिया ने विशेष रूप से भाग लिया। उन्होंने यात्रा को राष्ट्रवाद का प्रतीक बताते हुए एनसीसी कैडेट्स को शुभकामनाएं दीं। मंत्री ने कहा कि यह पदयात्रा जातिवाद, प्रांतवाद और भाषावाद से ऊपर उठकर देशभर में एकता और राष्ट्रवाद का संदेश देगी।
शिक्षा मंत्री पंशेरिया ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह यात्रा महात्मा गांधी के विचारों और स्वतंत्रता संग्राम की भावना को जीवित रखने का प्रयास है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे व्यसनों से दूर रहें, सोशल मीडिया के अत्यधिक उपयोग से बचें और अपने माता-पिता के प्रति जिम्मेदार बनें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश को नई दिशा मिल रही है, और यह यात्रा उस बदलाव का हिस्सा है।
अहमदाबाद से दांडी तक 410 किलोमीटर लंबी इस पदयात्रा में गुजरात और दादर नगर हवेली के 40 एनसीसी कैडेट्स भाग ले रहे हैं। यात्रा का उद्देश्य स्वतंत्रता संग्राम और सत्याग्रह की भावना को जन-जन तक पहुंचाना है। कैडेट्स खादी के वस्त्र पहनकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों को पुनर्जीवित करने का संदेश देंगे।
यह यात्रा 10 दिसंबर को अहमदाबाद स्थित साबरमती आश्रम से शुरू हुई और 23 दिसंबर को नवसारी के दांडी नमक सत्याग्रह स्मारक पर समाप्त होगी। इस दौरान कैडेट्स हर दिन लगभग 30-40 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे। यात्रा के दौरान वे आश्रम, स्कूल, कॉलेज और गुरुकुल जैसी 12 जगहों पर रुकेंगे।
इस यात्रा को युवाओं को प्रेरित करने और राष्ट्रवाद के प्रति जागरूकता फैलाने के रूप में देखा जा रहा है। स्वतंत्रता आंदोलन की यादों को ताजा करने के साथ-साथ यह पहल युवाओं को सामाजिक बुराइयों से बचने और एकता का संदेश देने के लिए प्रेरित कर रही है।