ताजा खबर
अहमदाबाद हादसे के बाद एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी का अनावरण टला   ||    एअर इंडिया हादसे का वीडियो बनाने वाला 17 साल का आर्यन, पुलिस ने दर्ज किया बयान   ||    LIVE Weather News 14 June 2025: आज से बदल सकता है दिल्ली में मौसम का मिजाज, किन राज्यों में लू का अल...   ||    ‘खराब फ्यूल हो सकता है हादसे का कारण…’, Ahmedabad Plane Crash पर क्या बोले विशेषज्ञ   ||    LIVE आज की ताजा खबर, हिंदी न्यूज Aaj Ki Taaza Khabar, 14 जून 2025: अहमदाबाद पहुंचे पूर्व CM विजय रुप...   ||    अहमदाबाद प्लेन क्रैश पर आया एअर इंडिया के CEO का बयान, जांच को लेकर कही ये बात   ||    Ahmedabad Plane Crash LIVE Update: डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल देने आएंगे पूर्व सीएम रूपाणी के बेटे   ||    1 दो नहीं 7 बार सोनम-राज ने रची थी साजिश, पहले 2 प्लान हो जाते सफल तो ना जाती राजा की जान   ||    LIVE Israel Iran War Updates: ईरान के समर्थन में आया चीन, इजरायल के हवाई हमलों को बताया संप्रभुता को...   ||    लॉस एंजेलिस में बिगड़े हालात, अमेरिका ने 200 मरीन जवान किए तैनात   ||   

Lal Bahadur Shastri's death anniversary : लाल बहादुर शास्त्री की पुण्यतिथि : उनकी मृत्यु हुई या 'हत्या' ?

Photo Source :

Posted On:Wednesday, January 11, 2023

देश के सबसे चहेते प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की आज पुण्यतिथि है, 57 साल बाद भी इस लोकप्रिय नेता की मौत एक रहस्य बनी हुई है. 11 जनवरी, 1966 को ताशकंद में रहस्यमय परिस्थितियों में लाल बहादुर शास्त्री की मृत्यु हो गई थी। आज तक कोई नहीं जानता कि ताशकंद में उस रात क्या हुआ था जब भारत के पूरी तरह फिट प्रधानमंत्री की अचानक मृत्यु हो गई थी। बता दें कि साल 1965 में भारत-पाक युद्ध के बाद दोनों देशों के बीच ताशकंद में समझौता हुआ था। 10 जनवरी, 1966 को ताशकंद में पाकिस्तान के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने के ठीक 12 घंटे बाद 11 जनवरी की सुबह अचानक उनकी मृत्यु हो गई। आधिकारिक तौर पर कहा जाता है कि दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हुई, लेकिन इसका कोई ठोस सबूत नहीं है। यह।

आपको बता दें कि 1965 में भारत और पाकिस्तान के बीच अप्रैल से 23 सितंबर तक 6 महीने तक भीषण युद्ध हुआ था। जनवरी 1966 में, युद्ध की समाप्ति के 4 महीने बाद, भारत और पाकिस्तान के शीर्ष नेता शांति समझौते के लिए रूसी क्षेत्र के ताशकंद पहुंचे। राष्ट्रपति अयूब खान पाकिस्तान से ताशकंद पहुंचे थे। जबकि भारत की तरफ से तत्कालीन पीएम लाल बहादुर शास्त्री वहां पहुंचे थे। 10 जनवरी को दोनों देशों के बीच शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। ताशकंद में भारत-पाकिस्तान समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद शास्त्री जी पर काफी दबाव था। पाकिस्तान को हाजी पीर और ठिथवाल वापस देने के लिए शास्त्री जी को भारत में काफी आलोचना का सामना करना पड़ रहा था, यहां तक कि उनकी पत्नी भी शास्त्री जी के इस फैसले से नाराज थीं। शास्त्री के साथ उनके सूचना अधिकारी कुलदीप नैय्यर भी ताशकंद गए थे.
ओवरले-चालाक

नैय्यर ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि, 'उस रात लाल बहादुर शास्त्री का फोन आया था। फोन बजते ही उसने कहा कि फोन अम्मा को दे देना। फोन पर उनकी बड़ी बेटी आई और कहा कि अम्मा बात नहीं करेंगी। उसने पूछा, क्यों? जवाब मिला, क्योंकि आपने हाजी पीर और ठिथवाल को वापस पाकिस्तान को दे दिया है। इसको लेकर वह खासे नाराज हैं। इससे शास्त्रीजी हतप्रभ रह गए। बताया जाता है कि इसके बाद वह अपने कमरे में घूमता रहा। फिर उन्होंने भारत से आ रही प्रतिक्रियाओं को जानने के लिए अपने सचिव वेंकटरमन को फोन किया। वेंकटरमन ने उन्हें बताया कि अब तक दो बयान आ चुके थे, एक अटल बिहारी वाजपेयी का और दूसरा कृष्ण मेनन का और दोनों ने शास्त्री जी के इस फैसले के प्रति नाराजगी जताई थी.'

समझौते पर हस्ताक्षर करने के 12 घंटे के भीतर अचानक उनकी मृत्यु हो गई। क्या उनकी मौत स्वाभाविक थी या उनकी हत्या की गई थी? आपको बता दें कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने शास्त्रीजी के शरीर का पोस्टमॉर्टम तक नहीं कराया था। बताया जाता है कि अगर उस वक्त पोस्टमार्टम किया जाता तो उनकी मौत की असल वजह सामने आ सकती थी। देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी किसी प्रधानमंत्री की आकस्मिक मृत्यु के बाद भी हमेशा उनके शव का पोस्टमॉर्टम नहीं करने की सलाह देती रही है। शास्त्री जी की मृत्यु के कुछ समय बाद ही इंदिरा गांधी को आनन-फानन में देश का प्रधानमंत्री बना दिया गया, इसलिए कई लोग शास्त्री जी की मृत्यु को कुर्सी हड़पने की साजिश के रूप में भी देखते हैं।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.