ताजा खबर
पाकिस्तान में रेड अलर्ट, जल-थल से हवा तक मुनीर की सेना एक्टिव; क्या भारत से है कनेक्शन?   ||    'तुम लोग सिख नहीं हो...', गुरु नानक जयंती पर पाकिस्तान ने 14 हिंदुओं को वापस भेजा   ||    संपत्ति हड़पने वाले माफिया का UP में होगा बुरा हश्र, यूपी असीमित संभावनाओं वाला राज्य : योगी आदित्यन...   ||    Bihar Election 2025 : हर बूथ पर सशस्त्र बल, सभी सीमाएं सील, साढ़े चार लाख सुरक्षाकर्मी तैनात   ||    कौन हैं वर्जीनिया की नई उपराज्यपाल गजाला हाशमी, पढ़ें हैदराबाद से क्या है कनेक्शन   ||    बांग्लादेश में चुनावी शंखनाद, पूर्व पीएम खालिदा जिया की BNP ने 237 सीटों पर उतारे उम्मीदवार   ||    'मैं सदमे में था... पूरा राज्य हमसे छीन लिया गया', राहुल गांधी ने फिर लगाए वोट चोरी के आरोप   ||    'हरियाणा की वोटर लिस्ट में ब्राजील की मॉडल का नाम कैसे', राहुल गांधी के 'H बम' पर क्या बोला चुनाव आय...   ||    फैक्ट चेक: बीजेपी उम्मीदवार को जूतों की माला पहनाए जाने का ये वीडियो बिहार का नहीं है   ||    4 लाख रुपये किलो केसर, ₹5 वाली सुपारी की पुड़िया में कैसे? एड पर सलमान को नोटिस, विज्ञापन से कितना क...   ||   

एक और हेलीकॉप्टर क्रैश…समुद्र के अंदर मिला मलबा; जानें जापान में कैसे हुआ हादसा?

Photo Source :

Posted On:Monday, April 7, 2025

जापान के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र में एक गंभीर हेलीकॉप्टर हादसे ने देश को हिला कर रख दिया है। यह हादसा उस समय हुआ जब एक एयर एंबुलेंस हेलीकॉप्टर फुकुओका के अस्पताल की ओर जा रहा था। हेलीकॉप्टर में कुल छह लोग सवार थे, जिनमें एक मरीज, एक डॉक्टर, एक देखभालकर्ता, एक पायलट, एक मैकेनिक और एक नर्स शामिल थे। दुर्भाग्यवश, इस हादसे में तीन लोगों की जान चली गई, जबकि बाकी तीन को बचा लिया गया।

हादसा नागासाकी प्रांत से उड़ान भरने के थोड़ी देर बाद हुआ। जापान के तट रक्षक बल ने बताया कि हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होकर समुद्र में गिर गया। तत्काल बचाव अभियान चलाया गया, जिसमें तीन लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया। ये लोग पानी में इन्फ्लेटेबल लाइफसेवर्स से चिपके हुए पाए गए।

हादसे में जान गंवाने वालों की पहचान मृतकों की पहचान 34 वर्षीय डॉक्टर केई अराकावा, 86 वर्षीय मरीज मित्सुकी मोटोइशी और 68 वर्षीय देखभालकर्ता काजुयोशी मोटोइशी के रूप में की गई है। ये सभी हेलीकॉप्टर के अंदर मौजूद थे जब वह दुर्घटनाग्रस्त हुआ। उनकी मृत्यु के पीछे समुद्र में गिरने और समय पर रेस्क्यू न हो पाने को मुख्य कारण बताया जा रहा है।

बचाए गए लोगों की स्थिति बचाए गए लोगों में 66 वर्षीय पायलट हिरोशी हमादा, मैकेनिक काजुटो योशिताके और 28 वर्षीय नर्स सकुरा कुनीताके शामिल हैं। ये तीनों समुद्र के ठंडे पानी में काफी देर तक रहे, जिससे उन्हें हाइपोथर्मिया हो गया। हालांकि, उन्हें समय रहते बचा लिया गया और अब वे चिकित्सकीय देखरेख में हैं।


रकारी प्रतिक्रिया और जांच के आदेश जापान सरकार ने इस हादसे को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच के आदेश दे दिए हैं। कोस्ट गार्ड और सिविल एविएशन अथॉरिटी ने मलबे को समुद्र से निकाल लिया है और हेलीकॉप्टर के ब्लैक बॉक्स को भी बरामद कर लिया गया है। इससे यह उम्मीद की जा रही है कि दुर्घटना के समय की घटनाओं को बेहतर तरीके से समझा जा सकेगा।

प्राथमिक जांच रिपोर्ट में तकनीकी खामी को हादसे की संभावित वजह बताया गया है। हेलीकॉप्टर के इंजन या नेविगेशन सिस्टम में गड़बड़ी की आशंका जताई जा रही है। विशेषज्ञों की एक टीम इस दिशा में विस्तृत जांच कर रही है।

स्वास्थ्य सेवाओं पर असर इस हादसे ने जापान की एयर एंबुलेंस सेवाओं की कार्यप्रणाली और सुरक्षा मानकों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। हेलीकॉप्टर एयर एंबुलेंस एक महत्वपूर्ण सेवा है, जिसका उपयोग दूरदराज के क्षेत्रों से मरीजों को समय पर अस्पताल पहुंचाने के लिए किया जाता है। इस हादसे के बाद यह आवश्यक हो गया है कि एयर एंबुलेंस सेवाओं में प्रयुक्त हेलीकॉप्टरों की नियमित जांच और तकनीकी अपग्रेडेशन सुनिश्चित किया जाए।

स्थानीय समुदाय में शोक की लहर मृतकों के परिजनों और स्थानीय समुदाय में शोक की लहर है। डॉक्टर अराकावा एक समर्पित स्वास्थ्यकर्मी थे, जिन्होंने ग्रामीण इलाकों में वर्षों तक सेवा दी थी। मरीज मित्सुकी मोटोइशी और उनके देखभालकर्ता काजुयोशी मोटोइशी को जानने वाले लोग इस हादसे से बेहद व्यथित हैं। जापान में सोशल मीडिया पर भी इस हादसे को लेकर संवेदना और नाराजगी दोनों देखी जा रही हैं।

भविष्य की रणनीति जापान की सरकार ने इस घटना को चेतावनी के रूप में लेते हुए भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए नई नीति बनाने की घोषणा की है। इसमें हेलीकॉप्टरों की अधिक बार मेंटेनेंस, पायलट्स की नियमित ट्रेनिंग और मौसम की जानकारी से लैस एडवांस्ड नेविगेशन सिस्टम जैसी तकनीकों के समावेश की बात कही गई है।

निष्कर्ष यह हादसा न केवल तीन अनमोल जिंदगियों के जाने का कारण बना, बल्कि उसने जापान की हवाई चिकित्सा व्यवस्था की कमजोरियों को भी उजागर किया है। उम्मीद की जा रही है कि इस दुखद घटना से सीख लेकर जापान अपनी एयर एंबुलेंस सेवाओं को और अधिक सुरक्षित और विश्वसनीय बनाएगा, ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों से बचा जा सके।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.