अहमदाबाद न्यूज डेस्क: नर नारायण शास्त्री इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, जेतलपुर में शुक्रवार को "सत्य समाधान 2025" नामक राष्ट्रीय फॉरेंसिक साइंस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें देशभर के विभिन्न शिक्षण संस्थानों से 25 दलों ने भाग लिया, जिनमें से 22 पात्र दलों को आठ अलग-अलग विषय आवंटित किए गए। एनएफएसयू के "फॉरेंसिक फाइटर्स" ने "मर्डर एट कंस्ट्रक्शन साइट" पर आधारित विषय में प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि कर्णावती यूनिवर्सिटी के "हिबास कॉर्पस" दल ने "ब्लैक मैजिक" विषय पर रनर-अप का पुरस्कार जीता।
मुख्य अतिथि और विशेषज्ञों का मार्गदर्शन
कार्यक्रम का उद्घाटन एडिशनल पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार बडगूजर ने किया। अपने संबोधन में उन्होंने फॉरेंसिक साइंस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह क्षेत्र न केवल विद्यार्थियों की क्षमताओं को निखारता है, बल्कि उन्हें राष्ट्र सेवा का अवसर भी प्रदान करता है। संस्थान के संरक्षक पीपी स्वामीजी और उप प्रमुख धर्मेश वंडरा ने भी इस अवसर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। स्वामीजी ने फॉरेंसिक साइंस के जरिए तकनीकी दुरुपयोग पर रोक लगाने और अपराधों की जांच में इसके उपयोग की आवश्यकता पर बल दिया।
विजेता और पुरस्कार वितरण
प्रतियोगिता का मूल्यांकन मूट कोर्ट में विशेषज्ञ जजों द्वारा किया गया, जिनमें डॉ. रंजीत सिंह, डॉ. सुरभि माथुर, मिस रीवा पोचा और एडवोकेट निकिता पाल शामिल थे। समापन समारोह में विजेताओं को क्रमशः ₹20,000 और ₹15,000 के पुरस्कार दिए गए। इस दौरान संस्थान के प्राचार्य डॉ. निकुंज ब्रह्मभट्ट और कैंपस निदेशक संजय शर्मा ने सभी प्रतिभागियों को बधाई दी।
सहयोग और आयोजन टीम की भूमिका
प्रतियोगिता को सफल बनाने में संस्थान के निदेशक और प्राध्यापकों के साथ-साथ छात्रों की भूमिका सराहनीय रही। आयोजन में वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. गीता गुप्ता, डॉ. हरजीत सिंह, डॉ. शिवाली शाह सहित कई अन्य विशेषज्ञों ने योगदान दिया। इसके अलावा, विद्यार्थियों की टीम ने व्यवस्थाओं के प्रबंधन में सक्रिय भूमिका निभाई और कार्यक्रम को सुचारू रूप से संपन्न किया।