अहमदाबाद न्यूज डेस्क: गुजरात में हाल ही में हुए पुल हादसे के बाद अब अहमदाबाद का एक और पुल चर्चा में है — लेकिन इस बार वजह खुश करने वाली है। साबरमती नदी पर बने इस अनोखे पुल से कोई वाहन नहीं गुजरता, फिर भी इसने तीन साल में करीब 27.41 करोड़ रुपये की कमाई की है। यह पुल न केवल अहमदाबाद का नया आकर्षण बन गया है बल्कि नगर निगम (AMC) के लिए एक बड़ा राजस्व स्रोत भी साबित हुआ है। इस पुल की खासियत यह है कि यह पूरी तरह पैदल यात्रियों के लिए बना है और पर्यटन की दृष्टि से तैयार किया गया था।
इस ब्रिज का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 अगस्त 2022 को किया था। तीन सालों में लगभग 77 लाख से अधिक लोग यहां घूमने आ चुके हैं। टिकट के जरिए नगर निगम को करोड़ों रुपये की आमदनी हुई है। दिलचस्प बात यह है कि यह पुल अपनी लागत का करीब 37 फीसदी खर्च पहले ही निकाल चुका है और अगले एक साल में यह आंकड़ा 50 फीसदी तक पहुंचने की उम्मीद है। सोशल मीडिया पर लोग इस कमाई को लेकर हैरान हैं, वहीं कई यूजर्स इसे एक शानदार मॉडल बता रहे हैं जिसे देश के अन्य शहर भी अपना सकते हैं।
साबरमती रिवरफ्रंट पर बना यह पुल पश्चिमी तट के फूलों के बगीचे को पूर्वी तट पर बन रहे कला और संस्कृति केंद्र से जोड़ता है। इसका डिजाइन अहमदाबाद के मशहूर पतंग उत्सव (उत्तरायण) से प्रेरित है। पुल सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक आम जनता के लिए खुला रहता है। प्रवेश के लिए मामूली टिकट रखा गया है, जबकि तीन साल से कम उम्र के बच्चों और दिव्यांगों के लिए प्रवेश निशुल्क है।
यह पुल केवल आने-जाने का रास्ता नहीं, बल्कि एक पर्यटक स्थल बन गया है, जहां लोग परिवार के साथ घूमने और तस्वीरें लेने आते हैं। नगर निगम के मुताबिक, इस पुल ने न सिर्फ अहमदाबाद को एक नया पहचान दी है बल्कि यह बताता है कि अगर सोच सही हो तो इंफ्रास्ट्रक्चर भी कमाई का जरिया बन सकता है।