अहमदाबाद न्यूज डेस्क: मोदी सरकार देश में नशे के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है और नशा तस्करों को किसी भी कीमत पर बख्शने के मूड में नहीं है। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को सोशल मीडिया पर बताया कि पैसे के लालच में युवाओं को नशे की दलदल में धकेलने वालों को सख्त सजा दिलाने की दिशा में सरकार लगातार काम कर रही है। उन्होंने बताया कि बॉटम टू टॉप और टॉप टू बॉटम स्ट्रेटजी के साथ चल रही जांच के चलते भारत के अलग-अलग राज्यों में 12 मामलों में 29 नशा तस्करों को अदालत ने दोषी ठहराया है। अहमदाबाद जोन के दो केस भी इसमें शामिल हैं। मोदी सरकार की जीरो टॉलरेंस पॉलिसी के चलते नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) नशे के नेटवर्क को तोड़ने में बड़ी सफलता हासिल कर रहा है।
NCB अहमदाबाद जोनल यूनिट ने 27 जुलाई 2019 को साबरमती रेलवे स्टेशन से दो लोगों के पास से 23.859 किलो चरस बरामद की थी। इसके बाद जांच के दौरान एक और आरोपी को गिरफ्तार किया गया। केस की सुनवाई के बाद 29 जनवरी को अहमदाबाद सत्र अदालत ने तीनों आरोपियों को दोषी करार देते हुए 10-10 साल की सजा सुनाई और प्रत्येक पर 1 लाख रुपये का जुर्माना लगाया। इसी तरह, 20 जनवरी 2021 को अहमदाबाद जोन NCB की टीम ने वस्त्राल इलाके में एक ट्रक से 23.762 किलो चरस जब्त की थी, जो जम्मू-कश्मीर से लाई गई थी। इस मामले में शामिल छह ड्रग तस्करों को अदालत ने दोषी मानते हुए 12-12 साल कैद और 1-1 लाख रुपये जुर्माने की सजा दी।
सरकार की सख्त नीतियों और एजेंसियों की लगातार कार्रवाई से ड्रग माफिया पर शिकंजा कसता जा रहा है। नशे के इस गंदे धंधे को खत्म करने के लिए सरकार हर स्तर पर जांच और कार्रवाई कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नशा मुक्त भारत का संकल्प लेकर काम हो रहा है, जिससे आने वाले समय में देश को इस गंभीर समस्या से पूरी तरह निजात दिलाने का लक्ष्य है।