अहमदाबाद न्यूज डेस्क: गुजरात के अहमदाबाद में एक नई पहल शुरू की गई है। निर्भया सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत, शहर के विभिन्न स्थलों पर इमरजेंसी कॉल बॉक्स सिस्टम लगाए गए हैं। ये बॉक्स खासकर महिलाओं की सुरक्षा और त्वरित सहायता के लिए बनाए गए हैं। अगर कोई किसी मुश्किल में हैं और मदद की आवश्यकता है, तो आपको सिर्फ एक बटन दबाने की जरूरत होगी।
अगर कोई व्यक्ति कठिनाई में है और कॉल बॉक्स के बटन को दबाता है, तो पुलिस कंट्रोल रूम और नजदीकी पीसीआर वैन को एक वीडियो कॉल भेजी जाती है, जिससे वह व्यक्ति तुरंत पुलिस से जुड़ जाता है। अपनी समस्या बताने पर, पुलिस तुरंत सहायता के लिए पहुंच जाती है। शहर में 205 इमरजेंसी कॉल बॉक्स लगाए गए हैं, जिनमें से 167 बॉक्स सक्रिय हैं और ये गुजरात यूनिवर्सिटी, सिंधु भवन रोड और सैटेलाइट जैसे महत्वपूर्ण स्थानों को कवर करते हैं। महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए, ये इमरजेंसी कॉल बॉक्स वरिष्ठ नागरिकों और बच्चों को भी सुरक्षित महसूस कराने में मदद करते हैं।
कम समय में ही इमरजेंसी कॉल बॉक्स ने लोगों के लिए एक जीवनरेखा का काम किया है। मदद के लिए हर दिन औसतन 30 कॉल पुलिस को प्राप्त हो रही हैं। ये केवल एक बॉक्स नहीं हैं, बल्कि लोगों की सुरक्षा की सीधे तौर पर गारंटी देते हैं। जैसे-जैसे नए इमरजेंसी कॉल बॉक्स लगाए जा रहे हैं, अहमदाबाद शहर और भी अधिक सुरक्षित होता जा रहा है। यह सरकार की दृष्टि का एक सच्चा उदाहरण है, जो समाज को सुरक्षित और मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।