अहमदाबाद न्यूज डेस्क: अहमदाबाद विमान हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को अब एक नई ठगी का सामना करना पड़ रहा है। ठग खुद को दिल्ली के एडवोकेट या सुप्रीम कोर्ट से जुड़ा बताकर 10 करोड़ रुपये तक मुआवजा दिलाने का लालच दे रहे हैं। इसी बहाने वे पीड़ित परिवारों से खाली स्टाम्प पेपर पर हस्ताक्षर और अंगूठा निशान लेने की कोशिश कर रहे हैं। मामला उजागर हुआ जब उदयपुर जिले के वल्लभनगर के रुण्डेडा गांव में भी एक महिला और युवक, गुजरात रजिस्ट्रेशन नंबर की गाड़ी से पहुंचकर मृतक के परिवार को इसी तरह फंसाने आए।
पीड़ित परिवार का कहना है कि 18 जुलाई की रात, एक महिला और पुरुष उनके घर पहुंचे और मृतक की पत्नी को मुआवजा दिलाने का भरोसा दिलाया। खुद को सुप्रीम कोर्ट से जुड़ा बताते हुए उन्होंने दस्तावेजों पर अंगूठा निशान और हस्ताक्षर करने के लिए दबाव बनाया। यहां तक कि अमेरिका में बॉइंग पर केस करने की बात कहकर उन्हें मानसिक रूप से भ्रमित करने की कोशिश की। परिवार ने जब मना किया तो वे लौट गए, लेकिन यहीं से धमकियों का सिलसिला शुरू हो गया।
ठगों ने रात में व्हाट्सऐप मैसेज, ऑडियो रिकॉर्डिंग और धमकी भरे वॉइस कॉल भेजना शुरू कर दिया। उन्होंने दावा किया कि बॉइंग कंपनी और एयर इंडिया से मुआवजा दिलाने के लिए वेरिफिकेशन जरूरी है, इसलिए दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करना ही होगा। परिवार को डराने के लिए उन्होंने बार-बार कहा कि अगर हस्ताक्षर नहीं किए तो मुआवजा नहीं मिलेगा और अंजाम भी बुरा होगा। परिवार इतना डर गया कि आखिरकार उन्होंने 19 जुलाई को पुलिस और कलेक्टर से मदद मांगी।
पीड़ित दीपक मेनारिया की शिकायत पर पुलिस ने वल्लभनगर थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। एसपी के आदेश पर अब मामले की जांच तेज कर दी गई है। पुलिस ठगों के फोन नंबर, व्हाट्सऐप चैट और गाड़ी के नंबर के आधार पर आरोपियों की तलाश में जुटी है। प्रशासन ने भी ऐसे मामलों में सतर्क रहने और किसी अनजान व्यक्ति को दस्तावेज या हस्ताक्षर देने से बचने की सलाह दी है।