अहमदाबाद न्यूज डेस्क: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस समय गुजरात के दौरे पर हैं। अपने दौरे के दौरान, उन्होंने शुक्रवार को अहमदाबाद में राज्य के सबसे बड़े 'वेस्ट टू एनर्जी प्लांट' का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने प्लांट का विस्तृत निरीक्षण भी किया। यह प्लांट अहमदाबाद के पिराना क्षेत्र में एएमसी और जिंदल अर्बन वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी के सहयोग से सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) के आधार पर स्थापित किया गया है।
यह प्लांट कचरे को प्रोसेस करके हर घंटे 15 मेगावॉट बिजली उत्पन्न करेगा, और प्रतिदिन इसकी उत्पादन क्षमता 360 मेगावॉट होगी। यहां से उत्पादित बिजली गुजरात ऊर्जा विकास निगम को 6.31 रुपये प्रति किलोवाट के रेट पर दी जाएगी। अगले 3 से 4 महीनों में, यह प्लांट प्रतिदिन 1,200 से 1,500 मीट्रिक टन कचरे को प्रोसेस कर बिजली उत्पन्न करेगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा उद्घाटन किए गए इस 'वेस्ट टू एनर्जी प्लांट' ने शहर के बढ़ते कचरे को प्रबंधित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
अहमदाबाद नगर निगम और जिंदल समूह के बीच इस प्लांट का विकास पहले ही पायलट आधार पर शुरू हो चुका है, जिसमें प्रति दिन 1,000 टन कचरे को प्रोसेस किया जा रहा है और हर घंटे 15 मेगावॉट बिजली का उत्पादन हो रहा है। जब यह प्लांट पूरी तरह से चालू होगा, तो यह शहर के 4,000 मीट्रिक टन कचरे को संभाल सकेगा और लगभग 350 मेगावॉट बिजली उत्पन्न करेगा।
इस परियोजना से राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण में अहमदाबाद की रैंकिंग में सुधार होने की उम्मीद है, और यह पिराना लैंडफिल में कचरे की समस्या को सुलझाने में भी सहायक होगा। साथ ही, यह संयंत्र फ्लाई ऐश का उत्पादन भी करेगा, जिसे खुले बाजार में बेचा जा सकता है, इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी लाभ होगा। अहमदाबाद का यह कदम 'वेस्ट टू एनर्जी' तकनीक की दिशा में एक उदाहरण प्रस्तुत करता है, जो भारत के अन्य शहरी केंद्रों के लिए स्वच्छ ऊर्जा और प्रभावी कचरा प्रबंधन को बढ़ावा देता है।