अहमदाबाद न्यूज डेस्क: गुजरात के अहमदाबाद में एक प्राइवेट अस्पताल में आयुष्मान योजना का लाभ लेने के लिए 19 मरीजों की बिना जरूरत एंजियोप्लास्टी किए जाने का बड़ा मामला सामने आया है। आरोप है कि अस्पताल ने बिना एंजियोग्राफी किए 7 मरीजों में स्टेंट लगा दिए, जिनमें से दो की मौत हो गई और पांच अन्य का इलाज जारी है। यह घटना अहमदाबाद के ख्याति मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल में हुई, जहां मरीजों को जांच के नाम पर बुलाया गया और बिना परिवार को जानकारी दिए एंजियोग्राफी की गई।
गुजरात सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अस्पताल का आयुष्मान योजना से लाभ बंद कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव धनंजय द्विवेदी ने बताया कि जिन मरीजों की मौत हुई, उनकी एंजियोप्लास्टी की जरूरत ही नहीं थी। इस मामले में अस्पताल के मालिक, डॉक्टर और संचालकों पर भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत पुलिस शिकायत दर्ज की जा रही है। इसके अलावा, डॉक्टरों के खिलाफ मेडिकल काउंसिल से भी कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी के मुताबिक, ख्याति मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल ने कड़ी के बोरीसणा गांव में एक मेडिकल कैम्प आयोजित किया था, जहां 90 लोगों की जांच की गई। इसके बाद 19 मरीजों को अहमदाबाद स्थित अस्पताल में भेजा गया, जहां उनकी जांच के दौरान बिना किसी पूर्व सूचना के एंजियोग्राफी की गई और 7 लोगों को स्टेंट भी लगा दिए गए।