अहमदाबाद न्यूज डेस्क: अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने 15 अवैध बांग्लादेशी अप्रवासियों को सफलतापूर्वक उनके देश भेज दिया है और मार्च तक 35 और लोगों को निर्वासित किए जाने की योजना है। एसीपी भरत पटेल ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले साल छापेमारी के दौरान 50 अवैध प्रवासियों को हिरासत में लिया गया था, जिनमें एक नाबालिग लड़की भी शामिल थी। इन लोगों के पास से फर्जी आधार कार्ड और अन्य भारतीय दस्तावेज भी बरामद किए गए थे। पुलिस ने इस कार्रवाई के दौरान वेश्यावृत्ति के लिए बांग्लादेशी महिलाओं और लड़कियों की तस्करी करने वाले एक गिरोह का भी भंडाफोड़ किया था।
जांच में सामने आया कि ये अवैध अप्रवासी अहमदाबाद में छुपकर रह रहे थे और देश विरोधी गतिविधियों में शामिल थे। बांग्लादेशी नागरिकता के प्रमाण मिलने के बाद कानूनी प्रक्रिया पूरी कर 1 फरवरी को 15 लोगों को वापस भेजा गया। इस पूरे मामले में गुजरात के गृहमंत्री हर्ष संघवी ने भी सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए क्राइम ब्रांच की कार्रवाई को सराहा और बताया कि सरकार अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है।
क्राइम ब्रांच ने यह भी पाया कि वेश्यावृत्ति में शामिल महिलाओं का एजेंटों द्वारा शोषण किया जाता था, और इस गतिविधि से अर्जित धन व्यापार की आड़ में बांग्लादेश भेजा जाता था। पुलिस अब इस तस्करी नेटवर्क और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े अन्य पहलुओं की जांच कर रही है। नकली दस्तावेज बनाने वाले गिरोह के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जा रही है ताकि भविष्य में इस तरह की गतिविधियों पर रोक लगाई जा सके।
इससे पहले, मुंबई पुलिस ने 7 फरवरी को चेंबूर के माहुल गांव से सात बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया था, जो बीते पांच सालों से अवैध रूप से रह रहे थे। इन गिरफ्तार लोगों में तीन पुरुष और चार महिलाएं शामिल थीं। पुलिस लगातार ऐसे मामलों पर कड़ी नजर रख रही है और अवैध प्रवासियों की धरपकड़ के लिए अभियान चला रही है।