हर साल की तरह इस बार भी दुनियाभर से लाखों मुस्लिम सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का पहुंच रहे हैं, जहां आज से हज यात्रा 2025 की शुरुआत हो रही है। हज इस्लाम के पांच प्रमुख स्तंभों में से एक है, और हर आर्थिक और शारीरिक रूप से सक्षम मुस्लिम के लिए जीवन में कम से कम एक बार हज करना अनिवार्य माना गया है। लेकिन इस बार हज यात्रा कई नए और सख्त नियमों के साथ शुरू हो रही है, जिन्हें सऊदी सरकार ने तीर्थयात्रियों की सुरक्षा, व्यवस्था और पिछले हादसों से सबक लेते हुए लागू किया है।
इस बार सिर्फ आधिकारिक परमिट वालों को ही मक्का में एंट्री
सऊदी सरकार ने साफ कर दिया है कि हज के दौरान सिर्फ ऑफिशियल हज वीजा या सरकारी कर्मचारी परमिट रखने वाले तीर्थयात्रियों को ही मक्का में प्रवेश मिलेगा। किसी भी प्रकार के टूरिस्ट, बिजनेस या अन्य सामान्य वीजा धारकों को हज सीजन के दौरान मक्का में एंट्री की अनुमति नहीं दी जाएगी।
इस फैसले का मुख्य उद्देश्य भीड़ को नियंत्रित करना और तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। 2024 में गर्मी और भीड़ के कारण 1,300 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें से अधिकतर बिना परमिट के मक्का पहुंचे थे।
12 साल से कम उम्र के बच्चों की एंट्री बैन
सुरक्षा कारणों से इस बार 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को हज में शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई है। यह फैसला बच्चों की भीड़ में सुरक्षा और स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों को देखते हुए लिया गया है।
सिंगल-एंट्री वीजा की शर्तें
भारत, पाकिस्तान, इंडोनेशिया, मिस्र समेत 14 देशों के तीर्थयात्रियों को सिर्फ 30 दिनों की वैधता वाला सिंगल-एंट्री वीजा दिया जा रहा है। अगर कोई व्यक्ति इस वीजा पर सऊदी अरब से बाहर जाता है, तो उसका वीजा स्वतः ही निरस्त हो जाएगा।
ऑनलाइन आवेदन और डिजिटल प्रक्रिया
हज यात्रा के लिए आवेदन अब पूरी तरह से ऑनलाइन किया गया है। सभी दस्तावेज, फोटो और डिटेल्स को नुसुक पोर्टल के माध्यम से सबमिट करना अनिवार्य है। यह प्रक्रिया पारदर्शिता और डेटा प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए लागू की गई है।
पहली बार हज करने वालों को प्राथमिकता
सऊदी सरकार ने इस साल एक विशेष पहल की है, जिसके तहत पहली बार हज करने वालों को प्राथमिकता दी जाएगी। इससे उन लोगों को अवसर मिलेगा, जो वर्षों से इंतजार कर रहे हैं।
नई पेमेंट सिस्टम
स्थानीय सऊदी नागरिकों के लिए हज पेमेंट सिस्टम को आसान बनाने के लिए इसे तीन किस्तों में बांटा गया है। पहली किस्त कुल राशि का 20% है जो बुकिंग के 72 घंटे के भीतर देनी होती है। बाकी दो किस्तें रमजान और शव्वाल महीनों में अदा करनी होंगी।
बिना परमिशन एंट्री वालों पर सख्त कार्रवाई
अगर कोई व्यक्ति बिना परमिट मक्का में हज करने पहुंचता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सऊदी अधिकारियों ने चेतावनी दी है:
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₹4.2 लाख तक का जुर्माना
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देश से डिपोर्ट कर दिया जाएगा
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10 साल तक सऊदी अरब में एंट्री बैन
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400 से अधिक सर्विस कंपनियों के लाइसेंस रद्द
अब तक 23,000 से ज्यादा लोगों पर जुर्माना लगाया गया है। सऊदी लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद अल ओमारी ने स्पष्ट कहा कि, "हर तीर्थयात्री पर नजर रखी जा रही है, जो नियम तोड़ेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।"
तकनीकी निगरानी: पहली बार ड्रोन का इस्तेमाल
2025 के हज में पहली बार ड्रोन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा। इसका उपयोग:
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भीड़ नियंत्रण
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निगरानी
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आग बुझाने
के लिए किया जाएगा।
बेहतर मेडिकल सुविधा और ठहराव व्यवस्था
हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को खासतौर से गर्मी और भीड़ से होने वाली बीमारियों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।
इसके अलावा, नुसुक और अरशिदनी जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म तीर्थयात्रियों को ट्रांसपोर्ट, ठहराव, मौसम और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों से बचने के लिए मार्गदर्शन देंगे।
निष्कर्ष: श्रद्धा और सुरक्षा का संगम
हज 2025, जहां एक ओर करोड़ों मुसलमानों के लिए एक पवित्र यात्रा है, वहीं दूसरी ओर यह एक बड़ी प्रशासनिक चुनौती भी है। सऊदी सरकार ने इस बार सुरक्षा और व्यवस्था को प्राथमिकता दी है, ताकि हर हज यात्री की यात्रा सुरक्षित, सम्मानजनक और सुव्यवस्थित हो। इन नियमों का पालन कर न सिर्फ यात्री अपनी यात्रा को सफल बना सकते हैं, बल्कि दूसरों की सुरक्षा में भी योगदान दे सकते हैं।
हज मुबारक!