ताजा खबर
फैक्ट चेक: बीजेपी उम्मीदवार को जूतों की माला पहनाए जाने का ये वीडियो बिहार का नहीं है   ||    4 लाख रुपये किलो केसर, ₹5 वाली सुपारी की पुड़िया में कैसे? एड पर सलमान को नोटिस, विज्ञापन से कितना क...   ||    बिहार चुनाव: ललन सिंह ने कहा- हमने किसी को धमकी नहीं दी, सिर्फ गरीबों को वोट देने के लिए उत्साहित कि...   ||    'जिंदगीभर के लिए मेरे दिल में...', Harmanpreet Kaur ने अपनी बाजू पर गुदवाया 'World Cup Trophy' का टै...   ||    'नेहरू जी के शब्द याद आ रहे हैं...', ममदानी ने विक्ट्री स्पीच में क्यों किया पूर्व पीएम का जिक्र?   ||    5 नवंबर: पर्ल हार्बर पर बमबारी का आज ही मिला था आदेश, 1 महीने बाद हुआ हमला   ||    EPFO लाभार्थी अब घर बैठे कर पाएंगे लाइफ सर्टिफिकेट सबमिट, ये है स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस   ||    पड़ोसी महिलाओं ने बल्ला उठाया, बरसाए फूल… वर्ल्ड चैंपियन कोच Amol Muzumdar का घर लौटने पर हुआ ग्रैंड...   ||    काम कर गया भारत का दबाव, जाकिर नाइक की बांग्लादेश में नो एंट्री; यूनुस सरकार बोली- भगोड़े को शरण नही...   ||    विधायक से लेकर न्यूयॉर्क सिटी के मेयर पद का सफर... पढ़ें कौन हैं भारतीय मूल के जोहरान ममदानी   ||   

31 अक्टूबर या 1 नवंबर? दिवाली की तारीख को लेकर असमंजस की स्थिति दूर; धर्मगुरुओं ने इस तिथि को सही माना!

Photo Source :

Posted On:Saturday, October 19, 2024

इस बार दिवाली कब है इसे लेकर कई लोग असमंजस में थे तो कुछ लोग दो गुटों में बंट गए. जहां कुछ लोग 31 अक्टूबर को दिवाली मनाने की बात कर रहे थे तो वहीं कुछ लोग 1 नवंबर को दिवाली मनाने की सोच रहे थे. दिवाली की तारीख को लेकर ये असमंजस अब दूर हो गया है. धर्माचार्यों और विद्वानों ने बैठक कर सटीक तारीख की घोषणा कर दी है. आइए जानते हैं दिवाली की तारीख को लेकर क्यों था भ्रम, धर्मगुरुओं ने कौन सी तारीख मानी है और क्यों?

दिवाली की तारीख को लेकर क्यों था असमंजस?
हिंदू परंपरा में दिवाली का त्योहार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। इस बार कार्तिक अमावस्या तिथि 31 अक्टूबर को दोपहर 3:52 बजे शुरू होगी और 1 नवंबर को शाम 6:16 बजे समाप्त होगी। अमावस्या तिथि की यह अवधि ही समस्या की जड़ थी। इस गुट का तर्क है कि चूंकि अमावस्या तिथि 31 अक्टूबर की शाम को शुरू होती है, इसलिए दिवाली 31 अक्टूबर को ही मनाई जानी चाहिए। वहीं, दूसरे गुट का मानना ​​है कि दिवाली उदयातिथि नियम के अनुसार 1 नवंबर को ही मनाई जानी चाहिए. ऐसे में इस बार दिवाली की तारीख को लेकर काफी असमंजस की स्थिति थी.

धर्मगुरुओं ने इस तिथि को सही माना
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024 को केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, जयपुर में आयोजित अखिल भारतीय विद्वत परिषद की विद्वत धर्मसभा में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि 31 अक्टूबर 2024 को दिवाली मनाना उचित एवं शास्त्र सम्मत है। भारतीय विद्वान परिषद ने एक बयान जारी कर कहा, ''31 अक्टूबर, 2024 को पूरे भारत में दिवाली का त्योहार मनाना शास्त्र सम्मत है और किसी अन्य दिन दिवाली मनाना शास्त्र सम्मत नहीं है।''

अखिल भारतीय विद्वत परिषद के विद्वत धर्मसभा के प्रख्यात ज्योतिषाचार्य प्रो. रामपाल जी शास्त्री की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। इस धर्म सभा में देशभर से 100 से अधिक ज्योतिषियों, विद्वानों और धर्माचार्यों ने भाग लिया। सभी की सहमति के बाद ही दिवाली मनाने की तारीख 31 अक्टूबर 2024 तय की गई.

31 अक्टूबर को ही क्यों मनाएं दिवाली!
विद्वत धर्मसभा में ज्योतिषियों, विद्वानों एवं धर्माचार्यों ने अमावस्या की तिथि पर विचार करते हुए निर्णय लिया कि दीपावली का पर्व रात्रि में मनाया जाने वाला पर्व है। शास्त्रों में अमावस्या के दिन और रात में पूजा करने का विशेष महत्व है। दिवाली के दिन देवी लक्ष्मी की पूजा केवल रात के समय ही की जाती है। अमावस्या तिथि 31 अक्टूबर की रात को होगी, लेकिन यह 1 नवंबर की रात से पहले ही खत्म हो जाएगी. प्रतिपदा तिथि 1 नवंबर की रात्रि को रहेगी। शास्त्रों के अनुसार दिवाली की पूजा 31 अक्टूबर की रात को करना उचित है। इस वर्ष सभी को 31 अक्टूबर को दिवाली मनानी चाहिए।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.