ताजा खबर
पाकिस्तान में रेड अलर्ट, जल-थल से हवा तक मुनीर की सेना एक्टिव; क्या भारत से है कनेक्शन?   ||    'तुम लोग सिख नहीं हो...', गुरु नानक जयंती पर पाकिस्तान ने 14 हिंदुओं को वापस भेजा   ||    संपत्ति हड़पने वाले माफिया का UP में होगा बुरा हश्र, यूपी असीमित संभावनाओं वाला राज्य : योगी आदित्यन...   ||    Bihar Election 2025 : हर बूथ पर सशस्त्र बल, सभी सीमाएं सील, साढ़े चार लाख सुरक्षाकर्मी तैनात   ||    कौन हैं वर्जीनिया की नई उपराज्यपाल गजाला हाशमी, पढ़ें हैदराबाद से क्या है कनेक्शन   ||    बांग्लादेश में चुनावी शंखनाद, पूर्व पीएम खालिदा जिया की BNP ने 237 सीटों पर उतारे उम्मीदवार   ||    'मैं सदमे में था... पूरा राज्य हमसे छीन लिया गया', राहुल गांधी ने फिर लगाए वोट चोरी के आरोप   ||    'हरियाणा की वोटर लिस्ट में ब्राजील की मॉडल का नाम कैसे', राहुल गांधी के 'H बम' पर क्या बोला चुनाव आय...   ||    फैक्ट चेक: बीजेपी उम्मीदवार को जूतों की माला पहनाए जाने का ये वीडियो बिहार का नहीं है   ||    4 लाख रुपये किलो केसर, ₹5 वाली सुपारी की पुड़िया में कैसे? एड पर सलमान को नोटिस, विज्ञापन से कितना क...   ||   

महादेव की पूजा में बेलपत्र का महत्व, तोड़ने से पहले भूलकर भी न करें ये गलतियां !

Photo Source :

Posted On:Tuesday, February 21, 2023

शिव पूजा में बेलपत्र का विशेष महत्व है। बेलपत्र के बिना महादेव की पूजा अधूरी मानी जाती है। लोकप्रिय मान्यता के अनुसार भगवान शिव अपने रुद्र अवतार के लिए प्रसिद्ध हैं और बेल पत्र शांत करने में मदद करता है। शिवपुराण के अनुसार सावन के महीने में यदि कोई व्यक्ति महादेव को बेल पत्र चढ़ाता है तो वह एक करोड़ कन्यादान के बराबर होता है। शिव पूजा में बेलपत्र का विशेष महत्व होता है। कुछ महत्वपूर्ण नियम हैं जिन्हें आपको भगवान शिव को अर्पित करने से पहले जानना चाहिए अन्यथा इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

  • महादेव को हमेशा तीन पत्तों वाला बेलपत्र अर्पित करें। छुट्टी में कोई दाग या क्षति नहीं होनी चाहिए,
  • शिवलिंग पर कटा हुआ या क्षतिग्रस्त बेलपत्र नहीं चढ़ाना चाहिए।
  • बेलपत्र को साफ पानी से धोकर शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए। सूखे भाग को ऊपर की ओर रखना चाहिए।
  • यदि पूजा के समय आपके पास बेलपत्र नहीं है, तो आप अन्य लोगों द्वारा पहले से ही भगवान शिव को चढ़ाए गए बेलपत्र को धोकर फिर से महादेव को अर्पित कर सकते हैं।
  • महादेव को कम से कम 1 बेलपत्र अर्पित करें। बेलपत्र पर 11, 21, 51, 10 जैसे अंक भी चढ़ाएं तो भी अच्छा माना जाता है।
  • बेलपत्र लगाने से पहले महादेव का नाम लें। इसे प्लग करने के बाद पेड़ से आशीर्वाद लें।
  • बेलपत्र को पूरी शाखा के साथ नहीं लगाना चाहिए।
  • चतुर्थी, अष्टमी, नवमी तिथि, प्रदोष व्रत, शिवरात्रि, अमावस्या और सोमवार को बेलपत्र नहीं लगाएं।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.