ताजा खबर
फैक्ट चेक: बीजेपी उम्मीदवार को जूतों की माला पहनाए जाने का ये वीडियो बिहार का नहीं है   ||    4 लाख रुपये किलो केसर, ₹5 वाली सुपारी की पुड़िया में कैसे? एड पर सलमान को नोटिस, विज्ञापन से कितना क...   ||    बिहार चुनाव: ललन सिंह ने कहा- हमने किसी को धमकी नहीं दी, सिर्फ गरीबों को वोट देने के लिए उत्साहित कि...   ||    'जिंदगीभर के लिए मेरे दिल में...', Harmanpreet Kaur ने अपनी बाजू पर गुदवाया 'World Cup Trophy' का टै...   ||    'नेहरू जी के शब्द याद आ रहे हैं...', ममदानी ने विक्ट्री स्पीच में क्यों किया पूर्व पीएम का जिक्र?   ||    5 नवंबर: पर्ल हार्बर पर बमबारी का आज ही मिला था आदेश, 1 महीने बाद हुआ हमला   ||    EPFO लाभार्थी अब घर बैठे कर पाएंगे लाइफ सर्टिफिकेट सबमिट, ये है स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस   ||    पड़ोसी महिलाओं ने बल्ला उठाया, बरसाए फूल… वर्ल्ड चैंपियन कोच Amol Muzumdar का घर लौटने पर हुआ ग्रैंड...   ||    काम कर गया भारत का दबाव, जाकिर नाइक की बांग्लादेश में नो एंट्री; यूनुस सरकार बोली- भगोड़े को शरण नही...   ||    विधायक से लेकर न्यूयॉर्क सिटी के मेयर पद का सफर... पढ़ें कौन हैं भारतीय मूल के जोहरान ममदानी   ||   

अहोई अष्टमी 2024: 24 या 25 अक्टूबर, कब है अहोई अष्टमी? जानिए सही तिथि, शुभ समय और पूजा विधि

Photo Source :

Posted On:Saturday, October 12, 2024

माताएं अपने बच्चों की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए हर साल अहोई अष्टमी का व्रत करती हैं। इस शुभ दिन पर अहोई माता की पूजा के साथ निर्जला व्रत रखा जाता है। जहां कुछ लोग तारों को अर्घ्य देने के बाद यह व्रत रखते हैं तो वहीं कुछ लोग सूर्य देव को अर्घ्य देने के बाद व्रत खोलते हैं। वैदिक पंचांग के अनुसार अहोई अष्टमी का व्रत हर साल कार्तिक माह में पड़ने वाली कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है। आइए जानते हैं अहोई अष्टमी की सही तारीख, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि।

अहोई अष्टमी कब है?
वैदिक पंचांग के अनुसार इस बार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि का आरंभ 24 अक्टूबर 2024 को दोपहर 01:08 बजे हो रहा है, जो अगले दिन 25 अक्टूबर 2024 को दोपहर 01:58 बजे समाप्त होगी. ऐसे में जन्मतिथि के आधार पर अहोई अष्टमी का त्योहार 24 अक्टूबर 2024, गुरुवार को मनाया जाएगा।

देश के कई राज्यों में अहोई अष्टमी को अहोई आठन के नाम से भी जाना जाता है। इस शुभ दिन पर माताएं अपने बच्चों की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं। साथ ही अहोई माता और स्याही माता की भी पूजा की जाती है। इसके साथ ही अहोई अष्टमी व्रत की कथा सुनना और पढ़ना भी जरूरी है।

अहोई अष्टमी की पूजा शुभ मुहूर्त क्या है?
24 अक्टूबर 2024 को अहोई अष्टमी पर पूजा का शुभ समय शाम 05:42 से 06:59 तक है. वहीं, तारे देखने का समय शाम 06 बजकर 06 मिनट है, जबकि चंद्र देव को अर्घ्य देने का समय रात 11 बजकर 55 मिनट है.

अहोई अष्टमी की पूजा विधि
अहोई अष्टमी के दिन माताएं सूर्योदय से पहले उठती हैं।
स्नान आदि करने के बाद व्रत का संकल्प लें।
अहोई माता की पूजा करें. साथ ही उन्हें दीपक, धूप, फल, फूल, मेवा, दूध और मिठाई अर्पित करें।
दो मोतियों और धागे की मदद से एक पेंडेंट बनाएं और इसे अपने गले में पहनें।
व्रत कथा सुनें.
माता के सामने घी का दीपक जलाएं और फिर उनकी आरती करें।
तारों या चंद्रमा को जल देकर व्रत का पारण करें।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.