ताजा खबर
गुजरात में बढ़ रहा वायु प्रदूषण, 53 दिन खराब गुणवत्ता दर्ज   ||    मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट में देरी, अब 2027 तक पूरा होगा कॉरिडोर   ||    अनन्या पांडे ने भाई अहान पांडे को रक्षाबंधन पर भेजा प्यारा संदेश!!   ||    संजय दत्त की राखी पोस्ट: बहन-भाई के अटूट रिश्ते की दिल को छू लेने वाली कहानी!!   ||    अक्षय कुमार की राखी पोस्ट: एक भाई का दिल, एक बहन की मुस्कान और एक माँ की याद!!   ||    यामिनी मल्होत्रा का 'बिग बॉस' खुलासा: "सलमान खान मुझ पर कभी नहीं चिल्लाये"   ||    गुजरात में रियल एस्टेट को CM की सख्त चेतावनी, बोले– "अब हर योजना होगी वैश्विक स्तर की"   ||    अहमदाबाद प्लेन क्रैश: 65 परिवारों ने बोइंग और एयर इंडिया के खिलाफ उठाया कानूनी कदम   ||    निशानची का टीजर रिलीज़ हुआ   ||    परमसुन्दरी से भीगी साड़ी सांग रिलीज़ हुआ   ||   

चीन का डिफेंस बजट भारत से 3 गुना ज्यादा, अमेरिका से 4 गुना कम, जानिए पूरा मामला

Photo Source :

Posted On:Thursday, March 6, 2025

मुंबई, 06 मार्च, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। चीन ने बुधवार को अपने सालाना रक्षा बजट में 7.2% की बढ़त की है। इस साल यह 249 अरब डॉलर (1.78 ट्रिलियन युआन) हो गया। यह भारत के 79 अरब डॉलर के सैन्य बजट के मुकाबले करीब 3 गुना ज्यादा है। TOI के मुताबिक एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि चीन का वास्तविक डिफेंस खर्च उसकी तरफ से बताए गए खर्च से 40-50% ज्यादा है। चीन अपने सैन्य खर्च को कम दिखाने के लिए अलग-अलग सेक्टर के तहत धन आवंटित करता है। चीन अमेरिका के बाद सेना पर सबसे ज्यादा खर्च करता है। अमेरिका का रक्षा बजट 950 अरब डॉलर के करीब है। जो चीन के बजट से 4 गुना से भी ज्यादा है। चीन वर्तमान वैश्विक उथल-पुथल के बीच इंडो-पैसेफिक और उसके आस पास के इलाकों में विरोधियों से निपटने के लिए आर्मी, नेवी, एयरफोर्स, न्यूक्लियर, स्पेस और साइबर क्षेत्रों में अपनी क्षमताओं को बढ़ा रहा है। चीन अपनी 20 लाख की संख्या वाली पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PAL) के लगातार आधुनिकीकरण करने के लिए कदम उठा रहा है। उसका मकसद ताइवान में किसी भी तीसरे पक्ष का हस्तक्षेप रोकना और साउथ-ईस्ट चीनी सागर में अपनी ताकत का प्रदर्शन करना है।

भारत का डिफेंस बजट GDP का 1.9% है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि चीन और पाकिस्तान दोनों को एक साथ काउंटर करने के लिए इसे GDP का कम से कम 2.5% होना चाहिए। भारत अपनी 14 लाख की सेना की सैलरी और पेंशन पर अपने डिफेंस बजट का 75% हिस्सा खर्च करता है, जिससे उसके पास सैन्य आधुनिकीकरण के लिए सिर्फ 25% ही बचता है। भारतीय वायुसेना को विमानों की 42 स्क्वॉड्रन की जरूरत है। इसके बजाय वायुसेना के पास सिर्फ 31 स्क्वॉड्रन हैं। इसमें भी सक्रिय स्क्वॉड्रन की संख्या 29 ही हैं। मिग 29 बाइसन की 2 स्क्वॉड्रन इसी साल रिटायर हो जांएगी। एक स्क्वॉड्रन में 18 विमान होते हैं। इस हिसाब से वायुसेना के पास 234 विमानों की बड़ी कमी है। भारत स्वदेशी चौथी पीढ़ी के तेजस फाइटर जेट्स प्रोडक्शन पर काम कर रहा है। जबकि इसके मुकाबले चीन पांचवीं जनरेशन के J-20 स्टेल्थ फाइटर जेट्स की तैनाती के बाद अब छठी जनरेशन के प्रोटोटाइप भी प्रदर्शित कर रहा है। चीन किसी भी अन्य देश के मुकाबले अपने न्यूक्लियर जखीरा तेजी से बढ़ा रहा है। फिलहाल उसके पास 600 से ज्यादा ऑपरेशनल न्यूक्लियर वॉर-हेड हैं और 2035 तक यह संख्या 1,000 को पार कर सकती है। वहीं, चीन 370 से ज्यादा युद्धपोत और पनडुब्बियों के साथ दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना होने का भी दावा करता है।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.