ताजा खबर
साउथ गोवा में पर्यटक का ऑनलाइन कैब सफर बना बुरा अनुभव, तीन ड्राइवरों पर FIR दर्ज   ||    एयर इंडिया फ्लाइट 171 हादसा: सेफ्टी मैटर्स फाउंडेशन ने सुप्रीम कोर्ट में मांगी स्वतंत्र जांच   ||    दीपिका पादुकोण का ‘कल्कि 2898 एडी’ सीक्वल से बाहर होने पर नाग आश्विन ने लिखा एक क्रिप्टिक पोस्ट   ||    ‘लॉर्ड कर्ज़न की हवेली’: रहस्य, ह्यूमर और देसी ट्विस्ट से भरपूर डिनर पार्टी को मिली रिलीज़ डेट!   ||    कांतारा चैप्टर 1 का ट्रेलर इस दिन होगा रिलीज़   ||    19 सितंबर का इतिहास: भारत और विश्व में घटित प्रमुख घटनाएं   ||    Fact Check: राहुल गांधी के खिलाफ मल्लिकार्जुन खरगे ने दिया बयान? यहां जानें वायरल Video का सच   ||    Aaj Ka Rashifal: मेष से लेकर मीन राशिवालों के लिए कैसा रहेगा आज का दिन? पढ़ें 19 सितंबर 2025 का राशि...   ||    India vs Oman: फिर होगा 18 साल पहले जैसा चमत्कार? अभिषेक शर्मा के पास गुरु युवराज सिंह को ‘दक्षिणा’ ...   ||    बेस्ट थ्रो के बाद भी मेडल से चूके सचिन यादव, अगर ऐसा होता तो पक्का था पदक, पढ़ें इनसाइड स्टोरी   ||   

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले राम मंदिर वेबसाइट को पाक और चीन से हैक करने की हुई कोशिशें, जानिए पूरा मामला

Photo Source :

Posted On:Wednesday, March 6, 2024

मुंबई, 06 मार्च, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। भारतीय मीडिया इकोनॉमिक टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है की, अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से ठीक पहले पाकिस्तान और चीन के हैकर्स भारतीय वेबसाइट को निशाना बना रहे थे। रिपोर्ट के मुताबिक, हैकर्स ने राम मंदिर, प्रसार भारती और यूपी सरकार से जुड़ी कई वेबसाइट को हैक करने की कोशिश की थी। भारत के टेलीकॉम ऑपरेशन सेंटर (TSOC) प्राण प्रतिष्ठा से पहले करीब 264 वेबसाइट पर नजर रख रही थी। इसमें राम मंदिर, प्रसार भारती, यूपी पुलिस, एयरपोर्ट, यूपी टूरिज्म समेत कई वेबसाइट शामिल थी। इस दौरान TSOC को करीब 140 IP एड्रैस ऐसे मिले थे, जो राम मंदिर और प्रसार भारती वेबसाइट को टारगेट कर रहे थे। रिपोर्ट के मुताबिक, 21 जनवरी को पाकिस्तान और चीन की तरफ से साइबर क्राइम की कोशिशें तेज हो गई थीं। इस दौरान करीब 1244 IP ऐड्रैस ब्लॉक किए गए थे। इनमें से 999 चीन के थे,जबकि बाकी पाकिस्तान, हॉन्गकॉन्ग और कंबोडिया के थे। इसके अलावा कुछ IP एड्रैस भारत के ही थे, जिनके खिलाफ जरूरी कार्रवाई की गई थी। एक भारतीय अधिकारी ने बताया कि इन साइबर हमलों का सामना देश में ही बनी तकनीक के जरिए किया गया। इससे पहले G20 समिट के दौरान भी भारत के डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर की रक्षा के लिए इन तकनीकों का इस्तेमाल किया गया था। इसमें भारत में बने AI और मशीन लर्निंग टेक्नोलॉजी की सहायता ली गई, जिससे साइबर हमले से पहले से ही इसकी जानकारी मिल सके।

आपको बता दें, राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इसकी निंदा की थी। 22 जनवरी को एक स्टेटमेंट में मंत्रालय ने कहा था, यह मंदिर बाबरी मस्जिद को तोड़कर बनाया गया है। ध्वस्त मस्जिद की जगह पर बना मंदिर आने वाले समय में भारतीय लोकतंत्र के माथे पर कलंक की तरह बना रहेगा। भारत में बढ़ती हिंदुत्व विचारधारा धार्मिक सद्भाव और क्षेत्रीय शांति के लिए बड़ा खतरा है। ऐसा करके भारत मुस्लिमों को दरकिनार करने की कोशिश कर रहा है। इसके अलावा पाकिस्तान ने UN में भी राम मंदिर का मामला उठाया था। UN में पाकिस्तान के राजदूत मुनीर अकरम ने OIC की मीटिंग में बाबरी मस्जिद की जगह राम मंदिर के बनाए जाने की आलोचना की थी। इसके अलावा मुनीर ने UN की एक संस्था अलायंस ऑफ सिविलाइजेशन के अधिकारी को खत लिखा। इसमें कहा गया है कि भारत में मंदिर बनाने के ट्रेंड से न सिर्फ भारतीय मुस्लिम बल्कि पूरे इलाके की शांति को भी खतरा है। प्राण प्रतिष्ठा के अगले ही दिन ऑर्गेनाइजेश ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन ने कहा था, भारत के अयोध्या राज्य में जिस जगह पर पहले बाबरी मस्जिद ढहाई गई थी, वहीं राम मंदिर बनाना और फिर प्राण प्रतिष्ठा होना चिंता का विषय है। OIC ने आगे कहा था, हम ऐसे कदमों की निंदा करते हैं, जिनका लक्ष्य बाबरी मस्जिद जैसे अहम इस्लामिक स्थलों को मिटाना है। बाबरी मस्जिद वहां 5 सदियों तक रही थी।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.