ताजा खबर
साउथ गोवा में पर्यटक का ऑनलाइन कैब सफर बना बुरा अनुभव, तीन ड्राइवरों पर FIR दर्ज   ||    एयर इंडिया फ्लाइट 171 हादसा: सेफ्टी मैटर्स फाउंडेशन ने सुप्रीम कोर्ट में मांगी स्वतंत्र जांच   ||    दीपिका पादुकोण का ‘कल्कि 2898 एडी’ सीक्वल से बाहर होने पर नाग आश्विन ने लिखा एक क्रिप्टिक पोस्ट   ||    ‘लॉर्ड कर्ज़न की हवेली’: रहस्य, ह्यूमर और देसी ट्विस्ट से भरपूर डिनर पार्टी को मिली रिलीज़ डेट!   ||    कांतारा चैप्टर 1 का ट्रेलर इस दिन होगा रिलीज़   ||    19 सितंबर का इतिहास: भारत और विश्व में घटित प्रमुख घटनाएं   ||    Fact Check: राहुल गांधी के खिलाफ मल्लिकार्जुन खरगे ने दिया बयान? यहां जानें वायरल Video का सच   ||    Aaj Ka Rashifal: मेष से लेकर मीन राशिवालों के लिए कैसा रहेगा आज का दिन? पढ़ें 19 सितंबर 2025 का राशि...   ||    India vs Oman: फिर होगा 18 साल पहले जैसा चमत्कार? अभिषेक शर्मा के पास गुरु युवराज सिंह को ‘दक्षिणा’ ...   ||    बेस्ट थ्रो के बाद भी मेडल से चूके सचिन यादव, अगर ऐसा होता तो पक्का था पदक, पढ़ें इनसाइड स्टोरी   ||   

भारत के रुख से पाक पीएम की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में एडमिट

Photo Source :

Posted On:Tuesday, April 29, 2025

भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में हमेशा ही तनाव और अनिश्चितता रही है, लेकिन 27 अप्रैल को हुए पहलगाम अटैक के बाद से भारत ने पाकिस्तान के प्रति अपने रवैये में काफी सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। इस हमले में भारत के कई सैनिक शहीद हो गए थे, जिसके बाद भारत ने पाकिस्तान से अपनी रणनीति में बड़े बदलाव किए हैं। इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि तोड़ दी, पाकिस्तान से वीजा रद्द कर दिए और भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश दे दिया। ये सभी कदम भारत के सख्त रवैये को दर्शाते हैं, और इससे पाकिस्तान की स्थिति और भी खराब हो गई है।

भारत का सख्त कदम

पहलगाम अटैक के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ये कड़े कदम उठाए। सिंधु जल संधि, जो कि 1960 में भारत और पाकिस्तान के बीच पानी के बंटवारे के लिए बनाई गई थी, को तोड़ने का निर्णय भारत ने पाकिस्तान के लगातार सीमा पर हमले और आतंकवाद को बढ़ावा देने के मद्देनजर लिया। भारत ने यह स्पष्ट किया है कि जब तक पाकिस्तान अपनी नीतियों में बदलाव नहीं करेगा, तब तक वह इस संधि को जारी नहीं रखेगा। यह भारत का एक कड़ा संदेश था कि वह अपने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए कोई समझौता नहीं करेगा।

इसी तरह, पाकिस्तान से वीजा रद्द करना और भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश देना, भारत द्वारा पाकिस्तान को दी गई एक और कड़ी चेतावनी थी। यह कदम भारत सरकार की तरफ से यह दिखाने का था कि भारत अब पाकिस्तान के साथ किसी प्रकार की नरमी बरतने के लिए तैयार नहीं है। इस सख्त रवैये से पाकिस्तान को यह संदेश जा रहा है कि अगर वह अपनी नीतियों में बदलाव नहीं करता तो उसे और भी कड़े कदमों का सामना करना पड़ सकता है।

शाहबाज शरीफ की तबियत और अस्पताल में भर्ती

भारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ उठाए गए इन कड़े कदमों का असर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ पर भी पड़ा है। हाल ही में खबर आई है कि शाहबाज शरीफ को अस्पताल में भर्ती किया गया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का अस्पताल में एडमिट होना अपने आप में एक बड़ा राजनीतिक संकेत है। हालांकि अभी तक यह नहीं पता चल सका है कि उन्हें क्या हुआ है, लेकिन अस्पताल के पेपर से यह जानकारी मिली है कि वह बीमार हैं। यह भी सामने आया कि शाहबाज शरीफ 27 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती हुए थे, और उनका इलाज एक प्रमुख रावलपिंडी अस्पताल में चल रहा है।

शाहबाज शरीफ के अस्पताल में भर्ती होने के बाद पाकिस्तानी मीडिया में यह खबर तेजी से फैल गई है, लेकिन पाकिस्तान सरकार ने इस मामले को गुप्त रखने की कोशिश की है। अस्पताल के पेपर में यह भी साफ लिखा गया है कि उनके इलाज से संबंधित जानकारी को मीडिया से छुपाया जाए। यह किसी भी सरकार के लिए एक सामान्य प्रक्रिया हो सकती है, लेकिन इस समय पाकिस्तान की राजनीतिक स्थिति और भारत से बढ़ते तनाव को देखते हुए इस खबर का विशेष महत्व है।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के स्वास्थ्य पर सवाल

शाहबाज शरीफ के अस्पताल में भर्ती होने के बाद से उनके स्वास्थ्य पर सवाल उठने लगे हैं। कुछ लोग इसे भारत के प्रति पाकिस्तान की नीति में बदलाव के रूप में देख रहे हैं, जबकि कुछ इसे उनकी मानसिक और शारीरिक स्थिति से जोड़कर देख रहे हैं। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि यह पाकिस्तान के लिए एक सख्त झटका हो सकता है, क्योंकि अगर शाहबाज शरीफ की तबियत और स्वास्थ्य की स्थिति गंभीर हुई तो पाकिस्तान के लिए यह एक बड़ी राजनीतिक चुनौती बन सकती है।

इस समय पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ की बीमारी को लेकर किसी भी प्रकार की स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है, और इसे लेकर पाकिस्तानी मीडिया भी चुप है। हालांकि, यह भी संकेत मिल रहे हैं कि पाकिस्तान सरकार इस मामले को तूल नहीं देना चाहती है ताकि देश की राजनीति और पाकिस्तान-भारत रिश्तों में और भी खटास न आए।

पाकिस्तान के लिए राजनीतिक संकट

भारत के द्वारा उठाए गए कड़े कदमों और शाहबाज शरीफ की तबियत के कारण पाकिस्तान के सामने एक बड़ा राजनीतिक संकट खड़ा हो गया है। पाकिस्तान को भारत से इस समय और भी कड़ी प्रतिक्रियाओं का सामना करना पड़ सकता है, जिससे पाकिस्तान की राजनीतिक स्थिति और भी कमजोर हो सकती है। यही कारण है कि शाहबाज शरीफ की तबियत और उनके अस्पताल में भर्ती होने के बाद पाकिस्तान में यह खबर तेजी से फैल गई है, और राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गई है।

निष्कर्ष

भारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ उठाए गए कड़े कदम, जैसे सिंधु जल संधि तोड़ना और पाकिस्तानियों को भारत छोड़ने का आदेश देना, यह संकेत देते हैं कि भारत अब पाकिस्तान के साथ किसी भी प्रकार की समझौता नीति से दूर जा रहा है। दूसरी ओर, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ की अस्पताल में भर्ती होने की खबर यह दर्शाती है कि पाकिस्तान के अंदर राजनीतिक संकट गहराता जा सकता है। यह घटनाक्रम पाकिस्तान के लिए एक बड़ा संकेत है कि उसे अपनी नीतियों में बदलाव करना पड़ेगा, अन्यथा उसे और भी कड़े फैसलों का सामना करना पड़ सकता है।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.