ताजा खबर
साउथ गोवा में पर्यटक का ऑनलाइन कैब सफर बना बुरा अनुभव, तीन ड्राइवरों पर FIR दर्ज   ||    एयर इंडिया फ्लाइट 171 हादसा: सेफ्टी मैटर्स फाउंडेशन ने सुप्रीम कोर्ट में मांगी स्वतंत्र जांच   ||    दीपिका पादुकोण का ‘कल्कि 2898 एडी’ सीक्वल से बाहर होने पर नाग आश्विन ने लिखा एक क्रिप्टिक पोस्ट   ||    ‘लॉर्ड कर्ज़न की हवेली’: रहस्य, ह्यूमर और देसी ट्विस्ट से भरपूर डिनर पार्टी को मिली रिलीज़ डेट!   ||    कांतारा चैप्टर 1 का ट्रेलर इस दिन होगा रिलीज़   ||    19 सितंबर का इतिहास: भारत और विश्व में घटित प्रमुख घटनाएं   ||    Fact Check: राहुल गांधी के खिलाफ मल्लिकार्जुन खरगे ने दिया बयान? यहां जानें वायरल Video का सच   ||    Aaj Ka Rashifal: मेष से लेकर मीन राशिवालों के लिए कैसा रहेगा आज का दिन? पढ़ें 19 सितंबर 2025 का राशि...   ||    India vs Oman: फिर होगा 18 साल पहले जैसा चमत्कार? अभिषेक शर्मा के पास गुरु युवराज सिंह को ‘दक्षिणा’ ...   ||    बेस्ट थ्रो के बाद भी मेडल से चूके सचिन यादव, अगर ऐसा होता तो पक्का था पदक, पढ़ें इनसाइड स्टोरी   ||   

Earthquake News: भूकंप से कांपी इंडोनेशिया की धरती, रिक्टर स्केल पर 6.5 रही तीव्रता

Photo Source :

Posted On:Tuesday, July 15, 2025

इंडोनेशिया की धरती आज एक तेज और शक्तिशाली भूकंप से हिल गई। स्थानीय समयानुसार साढ़े 11 बजे के करीब आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.5 मापी गई। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) की रिपोर्ट के मुताबिक, इस भूकंप का केंद्र इंडोनेशिया के दक्षिण-पूर्वी तानिम्बार द्वीप के नीचे लगभग 110 किलोमीटर की गहराई में था। जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (GFZ) और अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण (USGS) ने भी इस भूकंप की पुष्टि की है। हालांकि, राहत की बात यह रही कि अभी तक किसी जान-माल के नुकसान की कोई खबर सामने नहीं आई है।

भूकंप का वैज्ञानिक और भौगोलिक परिदृश्य

इंडोनेशिया प्रशांत महासागर के ‘रिंग ऑफ फायर’ क्षेत्र में स्थित है, जो दुनिया के सबसे सक्रिय भूकंपीय क्षेत्रों में से एक है। यहां कई टेक्टोनिक प्लेट्स जैसे इंडो-ऑस्ट्रेलियाई प्लेट और सुंडा प्लेट टकराते हैं, जिसके कारण यह क्षेत्र ज्वालामुखी विस्फोटों और भूकंपों के लिए अत्यंत संवेदनशील है। तानिम्बार द्वीप के नीचे गहराई में आने वाला यह भूकंप भी इसी प्लेट टेक्टोनिक्स की सक्रियता का नतीजा है।

इतना ही नहीं, इंडोनेशिया के अन्य हिस्सों में भी इस महीने भूकंपीय गतिविधियां तेज हुई हैं। 12 जुलाई को सुमात्रा के निआस सेलाटन इलाके में 5.3 तीव्रता का भूकंप आया था। जुलाई के पहले 14 दिनों में इंडोनेशिया के विभिन्न इलाकों में 4 से 6 तीव्रता के बीच 5 बार भूकंप दर्ज किए जा चुके हैं। यह सभी घटनाएं इंडोनेशिया की भूकंपीय संवेदनशीलता को दर्शाती हैं।

तानिम्बार द्वीप और भूकंप की तीव्रता

तानिम्बार द्वीप इंडोनेशिया के मलूकु प्रांत का हिस्सा है, जो भूकंपीय गतिविधियों के लिए जाना जाता है। 6.5 तीव्रता का भूकंप सामान्यतः गंभीर माना जाता है, जो जमीन को हिलाने के साथ-साथ इमारतों और बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा सकता है। हालांकि, गहराई में आने वाले भूकंप की वजह से सतह पर उनके प्रभाव कम हो सकते हैं। इस बार भी ऐसा ही हुआ है कि गहराई में भूकंप आया और इसलिए बड़ा नुकसान नहीं हुआ।

भारत के आसपास के क्षेत्र में भूकंप की सक्रियता

हाल ही में दिल्ली और उसके आसपास के NCR इलाके में भी लगातार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। 10 जुलाई को सुबह 9 बजकर 4 मिनट पर हरियाणा के झज्जर में 4.4 तीव्रता वाला भूकंप आया था। अगले दिन 11 जुलाई को शाम को फिर 3.7 तीव्रता का भूकंप उसी इलाके में दर्ज किया गया। इससे पहले फरवरी और जून 2025 में भी दिल्ली में हल्के भूकंप आए थे।

दिल्ली भूकंप के लिहाज से सिस्मिक जोन-IV में आता है, जहां 5 से 6 की तीव्रता वाले भूकंप आ सकते हैं, और कभी-कभी 7 से 8 की तीव्रता वाले भूकंप का खतरा भी बना रहता है। इसकी मुख्य वजह हिमालय की टेक्टोनिक प्लेटों का करीब 250 किलोमीटर की दूरी पर होना है, जहां लगातार टकराव होता रहता है।

इंडोनेशिया के लिए भूकंप खतरा और सुनामी का डर

इंडोनेशिया की समुद्री जलराशि में उथली गहराई के भूकंप अक्सर सुनामी का खतरा भी बढ़ा देते हैं। सुनामी की घटनाएं इंडोनेशिया के सुमात्रा, जावा, सुलावेसी और मलूकु जैसे इलाकों में ज्यादा होती हैं। इसलिए भूकंप आने के बाद त्वरित रूप से सुनामी की चेतावनी जारी की जाती है। इस बार हालांकि किसी तरह की सुनामी चेतावनी या प्रभाव की जानकारी नहीं आई है।

तैयारी और जागरूकता की आवश्यकता

इंडोनेशिया जैसे भूकंप-प्रवण क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए समय-समय पर जागरूकता अभियान और आपातकालीन तैयारी बेहद जरूरी है। सरकार को चाहिए कि वह भूकंप रोधी निर्माण सामग्री और सुरक्षित स्थानों की व्यवस्था कर सके ताकि आपदा के समय नुकसान को कम किया जा सके।

इसके साथ ही, वहां रहने वाले नागरिकों को भी भूकंप के दौरान सुरक्षित रहने की तकनीकों जैसे कि “ड्रॉप, कवर, एंड होल्ड ऑन” (Drop, Cover, and Hold On) का पालन करना चाहिए।

निष्कर्ष

आज का 6.5 तीव्रता वाला भूकंप इंडोनेशिया के लिए एक चेतावनी और एक यादगार घटना है। यह बताता है कि पृथ्वी के अंदर चल रही सक्रिय प्रक्रियाएं कभी भी और कहीं भी जोर पकड़ सकती हैं। जबकि इस बार किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन इस क्षेत्र के निवासियों और अधिकारियों को सतर्क रहना आवश्यक है।

दिल्ली और NCR जैसे इलाकों में लगातार आने वाले भूकंप भी यह दर्शाते हैं कि भूकंप से जुड़ी चुनौतियां भारत के लिए भी गंभीर हैं। ऐसे में आवश्यक है कि भूकंप चेतावनी तंत्र को और मजबूत किया जाए और लोगों को इस प्राकृतिक आपदा से सुरक्षित रहने के लिए तैयार किया जाए।

भूकंप जैसे प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए जागरूकता, तकनीकी प्रगति और आपदा प्रबंधन के बेहतर उपाय ही सबसे बड़े हथियार हैं, जो लाखों लोगों की जान बचा सकते हैं। इंडोनेशिया और भारत दोनों के लिए यह एक बार फिर यह सबक साबित हुआ है।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.