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चीन ने अमेरिका भेजा भुखमरी फैलाने वाला फंगस, कोरोना से कई गुना है खतरनाक

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Posted On:Monday, June 9, 2025

हाल ही में अमेरिका में दो चीनी वैज्ञानिकों पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं कि उन्होंने एक खतरनाक फंगस Fusarium graminearum को अवैध रूप से अमेरिका में लाने की कोशिश की है। यह फंगस विशेष रूप से गेहूं, जौ, मक्का और चावल जैसी खाद्यान्न फसलों को संक्रमित करता है और वैश्विक खाद्य सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा माना जाता है। अमेरिकी अधिकारियों ने इसे एग्रोटेररिज्म यानी कृषि आतंकवाद की साजिश करार दिया है।

चीनी शोधकर्ताओं की संदिग्ध गतिविधि

अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई (FBI) द्वारा दर्ज की गई शिकायत के अनुसार, 34 वर्षीय चीनी शोधकर्ता जुनयॉन्ग लियू ने जुलाई 2024 में डेट्रॉइट एयरपोर्ट पर प्रवेश करते समय इस खतरनाक फंगस को अपने सामान में छिपाकर लाने की कोशिश की। वह अपनी गर्लफ्रेंड युनकिंग जियान से मिलने अमेरिका आए थे, जो मिशिगन विश्वविद्यालय में रिसर्चर हैं और चीन सरकार से शोध के लिए फंड प्राप्त करती हैं। जांच में यह भी पता चला कि युनकिंग के उपकरणों में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के प्रति उनकी वफादारी के कई डिजिटल प्रमाण मिले हैं।

प्रारंभिक पूछताछ में लियू ने फंगस रखने से इनकार किया, लेकिन बाद में स्वीकार किया कि वह शोध के लिए इसे मिशिगन विश्वविद्यालय की लैब में लाना चाहता था। इसके बाद एफबीआई ने उनके फोन में “Plant Pathogen Warfare under Changing Climate Conditions” नामक लेख पाया, जिससे उनकी मंशा पर संदेह और गहरा हो गया।

क्या है Fusarium graminearum?

Fusarium graminearum एक प्रकार का फंगस है जो Fusarium head blight (FHB) या स्कैब नामक बीमारी फैलाता है। यह बीमारी फसल के दानों को सिकोड़ देती है, उनकी गुणवत्ता खराब कर देती है और खाद्यान्न उत्पादन को गंभीर रूप से प्रभावित करती है। इससे डीऑक्सीनिवालेनॉल (DON) और ज़ीयरालेनोन जैसे माइकोटॉक्सिन्स उत्पन्न होते हैं, जो इंसानों और जानवरों में उल्टी, दस्त, बुखार, लीवर डैमेज और प्रजनन से जुड़ी समस्याएं पैदा कर सकते हैं।

यह फंगस मुख्य रूप से ठंडी और गीली परिस्थितियों में तेजी से फैलता है। यह संक्रमित बीजों, फसल अवशेषों या हवा के माध्यम से एक खेत से दूसरे खेत में पहुंच सकता है।

कृषि आतंकवाद का नया रूप?

अमेरिकी न्याय विभाग ने इस घटना को बेहद गंभीर मानते हुए कहा है कि यह फंगस एग्रोटेररिज्म के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। अमेरिकी विश्लेषक गॉर्डन जी. चैंग ने अपनी पुस्तक China is Going to War में पहले ही इस तरह की आशंकाएं जताई थीं। उन्होंने कहा है कि अगर अमेरिका ने चीन के साथ अपने रिश्ते समाप्त नहीं किए, तो उसे कोविड या फेंटानिल से भी खतरनाक जैविक हमले का सामना करना पड़ सकता है।

चैंग का मानना है कि यह फंगस चीन द्वारा जानबूझकर अमेरिका की खाद्य सुरक्षा और कृषि अर्थव्यवस्था को कमजोर करने के लिए उपयोग किया जा सकता है। उन्होंने आरोपियों को ग्वांतानामो बे जैसे जेल में भेजने की सिफारिश की है, जहां उन्हें मुकदमे के बिना अनिश्चितकालीन कैद में रखा जा सकता है।

विशेषज्ञों की राय: डर या अति-प्रतिक्रिया?

हालांकि कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि Fusarium graminearum अमेरिका में पहले से मौजूद है और इसका व्यापक नियंत्रण संभव है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस फंगस को कवकनाशी, फसल चक्र, और प्रतिरोधी किस्मों के इस्तेमाल से रोका जा सकता है। उनके अनुसार, भले ही यह जैविक रूप से खतरनाक हो, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में इससे खाद्य संकट पैदा होना असंभव है।

खाद्य संकट की आशंका और अतीत का सबक

1990 के दशक में अमेरिका में इस फंगस की महामारी ने गंभीर नुकसान पहुंचाया था, जिससे न केवल पैदावार घटी बल्कि अनाज की गुणवत्ता भी खराब हुई। यदि इस फंगस को जान-बूझकर फैलाया जाए, तो यह खाद्य आपूर्ति को बाधित कर सकता है, जिससे राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर खाद्य संकट पैदा हो सकता है।

क्योंकि यह फंगस माइकोटॉक्सिन्स उत्पन्न करता है, जो खाद्य श्रृंखला में शामिल होकर मानव और पशु स्वास्थ्य पर असर डालते हैं, इसलिए इसकी मौजूदगी को हल्के में नहीं लिया जा सकता।

शोध और समाधान

वैज्ञानिक दशकों से इस फंगस पर शोध कर रहे हैं। इसके नियंत्रण के लिए कवकनाशी, जेनेटिकली संशोधित प्रतिरोधी फसलें, और फसल अवशेषों को नष्ट करने जैसे उपाय अपनाए जाते हैं। अब तक कई गेहूं और जौ की किस्में विकसित की जा चुकी हैं जो इस फंगस के प्रति काफी हद तक प्रतिरोधी हैं।

हालांकि, कुछ वैज्ञानिकों ने यह चेतावनी भी दी है कि अगर इस फंगस को जेनेटिक रूप से संशोधित कर कवकनाशी प्रतिरोधी बना दिया जाए, तो यह और खतरनाक हो सकता है। इसलिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऐसी गतिविधियों पर निगरानी और सख्त कार्रवाई की जरूरत है।


निष्कर्ष:
अमेरिका में चीनी वैज्ञानिकों पर जैविक हथियार के तौर पर Fusarium graminearum को लाने की कोशिश का मामला केवल एक आपराधिक केस नहीं, बल्कि वैश्विक खाद्य सुरक्षा, जैव आतंकवाद और अंतरराष्ट्रीय संबंधों की जटिलता को दर्शाता है। जहां एक ओर विशेषज्ञ इसे प्रबंधनीय खतरा मानते हैं, वहीं दूसरी ओर रणनीतिक विश्लेषक इसे एक गंभीर चेतावनी के तौर पर देख रहे हैं। भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए वैश्विक सहयोग और निगरानी बेहद ज


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