अहमदाबाद न्यूज़ डेस्क: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को कहा कि आगामी 508 किलोमीटर लंबी मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर पर वंदे भारत ट्रेनें नहीं चलेंगी। ठाणे में हाई-स्पीड कॉरिडोर के लिए 21 किलोमीटर लंबी सुरंग के एक हिस्से के ब्रेकथ्रू के मौके पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि बुलेट ट्रेन और वंदे भारत ट्रेनें अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर संचालित होती हैं।
रेल मंत्री ने उन मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया जिनमें कहा गया था कि 250 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से चलने में सक्षम वंदे भारत ट्रेन, जिसे भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (BEML) को विकसित करने के लिए कहा गया है, मुंबई-अहमदाबाद कॉरिडोर पर चलाई जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह हाई-स्पीड कॉरिडोर केवल बुलेट ट्रेन के लिए होगा, और इसके लिए जापान से नवीनतम तकनीक वाली E-10 ट्रेन को आयात किया जाएगा।
उन्होंने आगे बताया कि जापान से एक टीम, जिसमें उप मंत्री भी शामिल थे, दिल्ली आकर परियोजना की समीक्षा कर चुकी है और उन्होंने इसके कार्य की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया है। वैष्णव ने यह भी कहा कि भारत और जापान की सरकारों द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार इस कॉरिडोर पर केवल वही ट्रेनें चलेंगी जो इस विशेष तकनीक और संरचना के अनुकूल होंगी।
सुरंग निर्माण के कारण कुछ मकानों में दरारें आने की शिकायतों पर जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि इस पर IIT के विशेषज्ञों के साथ एक विस्तृत सर्वे किया गया है और तकनीकी सुधारों पर कार्य हो रहा है। उन्होंने बताया कि जिन 78 घरों में दरारें आई हैं, उनका सर्वेक्षण कर सावधानियों की सूची तैयार की गई है। इसके अलावा, मंत्री ने निर्देश दिए हैं कि एक मानक दस्तावेज तैयार किया जाए, जिससे सुरंग के आसपास रहने वाले लोगों को घर निर्माण के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों की पूरी जानकारी मिल सके। यह दस्तावेज महाराष्ट्र और गुजरात सरकारों को मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।