अहमदाबाद न्यूज डेस्क: गुजरात में मकर संक्रांति के अवसर पर उत्तरायण पर्व के दौरान पतंगबाजी ने कई जानें ले लीं। राज्यभर में 6 लोगों की मौत हो गई और 4947 आपातकालीन कॉल्स 108 एंबुलेंस सेवा को प्राप्त हुईं। पिछले साल की तुलना में इस बार 345 कॉल ज्यादा दर्ज हुईं। पतंगबाजी के दौरान मांझे से घायल होने और अन्य दुर्घटनाओं के मामले बढ़े हैं।
राज्य के अलग-अलग हिस्सों में हादसे हुए। राजकोट में मोटरसाइकिल सवार की मांझे से मौत हो गई। सुरेंद्रनगर के पाटडी गांव में ईश्वरभाई ठाकोर घायल हुए और बाद में उनका निधन हो गया। वडोदरा के राहतलाव गांव में 5 वर्षीय कुणाल मांझे से गले में चोट लगने के कारण अस्पताल में इलाज के दौरान जान गंवा बैठा।
एक घटना मेहसाणा के कडी कस्बे में हुई, जहां बिजली के तार से पतंग निकालने के दौरान महिला और उसके भाई की करंट लगने से मौत हो गई। वडनगर तहसील के वडबार गांव में 35 वर्षीय मानसाजी ठाकोर की मांझे से जान चली गई। वडोदरा में मांझे की चपेट में आने से 35 वर्षीय महिला की मौत हुई और पांच अन्य का इलाज चल रहा है।
अहमदाबाद में सबसे अधिक 732 आपातकालीन कॉल दर्ज हुईं। सूरत से 320, राजकोट से 235 और वडोदरा से 234 मामले सामने आए। अन्य जिलों में भी सैकड़ों मामले दर्ज हुए। इनमें गला कटने, छत से गिरने और अन्य दुर्घटनाओं के केस शामिल हैं।
उत्तरायण के दौरान जानवर और पक्षी भी घायल हुए। करुणा एनिमल एंबुलेंस को 1402 आपातकालीन कॉल्स प्राप्त हुईं, जिसमें 758 जानवर और 644 पक्षी घायल हुए। इनकी देखभाल के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
108 एंबुलेंस सेवा और स्थानीय प्रशासन ने इस बार रिकॉर्ड संख्या में मदद के लिए पहुंच बनाई। लेकिन, मांझे की वजह से हर साल होने वाले हादसे चिंता का विषय बने हुए हैं।