ताजा खबर
'नेहरू ने जानबूझकर मां दुर्गा के श्लोक हटाये', वंदे मातरम को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर साधा निशाना   ||    लूव्र म्यूजियम के सर्विलांस सिस्टम का पासवर्ड निकला इतना कमजोर, 850 करोड़ की चोरी में खुलासा   ||    भारत-पाक के बीच सीजफायर पर ट्रंप का नया दावा, मारे गिराए गए विमानों पर क्या कहा?   ||    गर्लफ्रेंड से करनी थी शादी, बनाया मास्टरप्लान, पत्नी का ही बना लिया अश्लील वीडियो… बोला- 10 लाख दे त...   ||    बिहार चुनाव 2025: रिकॉर्ड वोटिंग का धमाका, नीतीश की सत्ता हिलेगी या तेजस्वी का खेल बिगड़ेगा?   ||    काम के प्रेशर से परेशान नर्स ने किया दिल दहलाने वाला काम, 10 मरीजों को सुलाया मौत की नींद   ||    व्हाइट हाउस में मची अफरा-तफरी, ट्रंप के ठीक पीछे खड़ा व्यक्ति अचानक बेहोश होकर गिरा; जानें फिर क्या ...   ||    ‘पायलटों को दोषी नहीं ठहरा सकते…’, अहमदाबाद प्लेन क्रैश में पुन: जांच के लिए SC ने केंद्र-DGCA को दि...   ||    Exclusive: 100 करोड़ वाले DSP ऋषिकांत शुक्ला का पहला बयान, हिस्ट्रीशीटर मनोहर शुक्ला और सपा पर लगाए ...   ||    इस देश के पास नहीं है एक भी सोने की खदान, फ‍िर है दुनिया के चौथे सबसे बड़े स्वर्ण भंडार का माल‍िक   ||   

महाराष्ट्र में GB सिंड्रोम के 163 मामले, 21 मरीज वेंटिलेटर सपोर्ट पर, 47 ICU में, जानिए पूरा मामला

Photo Source :

Posted On:Tuesday, February 4, 2025

मुंबई, 04 फरवरी, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। महाराष्ट्र में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (GBS) के 5 नए मरीज सामने आए हैं। पुणे, पिंपरी चिंचवाड़ और दूसरे इलाकों में इनकी संख्या बढ़कर 163 हो गई है। मरने वालों का आंकड़ा भी 5 पर पहुंच गया है। अभी तक देश के 5 राज्यों में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (GBS) के मरीज सामने आ चुके हैं। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, 47 मरीज ICU और 21 मरीज वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं, जबकि 47 को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। इन 163 मामलों में पुणे से 86, पिंपरी चिंचवाड़ से 18, पुणे ग्रामीण से 19 मामले और दूसरे जिलों से 8 मामले हैं। महाराष्ट्र के अलावा, देश के 4 दूसरे राज्यों में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (GBS) के मरीज सामने आ चुके हैं। तेलंगाना में ये आंकड़ा एक है। असम में 17 साल की लड़की मौत हुई, कोई दूसरा एक्टिव केस नहीं है।

वहीं, पश्चिम बंगाल में 30 जनवरी तक 3 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें दो बच्चे शामिल हैं। एक वयस्क है। पीड़ित परिवारों का दावा है कि इन मौतों का कारण GB सिंड्रोम है, लेकिन बंगाल सरकार ने इसकी पुष्टि नहीं की है। दावा है कि 4 और बच्चे GB सिंड्रोम से पीड़ित हैं। कोलकाता के अस्पताल में उनका इलाज जारी है। राजस्थान के जयपुर में 28 जनवरी को लक्षत सिंह नाम के बच्चे की मौत हुई। वो कुछ से GB सिंड्रोम से पीड़ित था। परिजनों ने उसका कई अस्पताल में इलाज कराया था। लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।

कोलकाता और हुगली जिला अस्पताल में 3 लोगों की मौत GB सिंड्रोम से होने का दावा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तर 24 परगना जिले के जगद्दल के रहने वाला देबकुमार साहू (10) और अमदंगा का रहने वाले अरित्रा मनल (17) की मौत हुई है। तीसरा मृतक हुगली जिले के धनियाखाली गांव का रहने वाला 48 साल का व्यक्ति है। देबकुमार के चाचा गोविंदा साहू के मुताबिक देब की मौत 26 जनवरी को कोलकाता के बीसी रॉय अस्पताल में हुई थी। उसके डेथ सर्टिफिकेट में मौत का कारण जी.बी. सिंड्रोम लिखा है। वहीं, वहीं, पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि राज्य में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और घबराने की कोई बात नहीं है।

GBS का इलाज महंगा है। डॉक्टरों के मुताबिक मरीजों को आमतौर पर इम्युनोग्लोबुलिन (IVIG) इंजेक्शन के कोर्स करना होता है। निजी अस्पताल में इसके एक इंजेक्शन की कीमत 20 हजार रुपए है। पुणे के अस्पताल में भर्ती 68 साल के मरीज के परिजनों ने बताया कि इलाज के दौरान उनके मरीज को 13 इंजेक्शन लगाने पड़े थे। डॉक्टरों ने मुताबिक GBS की चपेट में आए 80% मरीज अस्पताल से छुट्टी के बाद 6 महीने में बिना किसी सपोर्ट के चलने-फिरने लगते हैं। लेकिन कई मामलों में मरीज को एक साल या उससे ज्यादा समय भी लग जाता है।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.