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Mahadev Betting App से लिंक पर क्या बोला EaseMyTrip? ईडी ने की थी छापेमारी

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Posted On:Thursday, April 17, 2025

महादेव बेटिंग ऐप से लिंक के आरोपों और प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी के बाद ट्रैवल प्लेटफॉर्म ईजमाईट्रिप ने अपना स्पष्टीकरण जारी किया है। कंपनी ने साफ तौर पर कहा है कि उसका महादेव बेटिंग ऐप से कोई संबंध नहीं है। कंपनी ने इस संबंध में सभी आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि महादेव ऐप से किसी भी प्रकार का कोई भी संबंध नहीं है, चाहे वह प्रत्यक्ष हो या अप्रत्यक्ष।

ईडी की छापेमारी और कंपनी का स्पष्टीकरण

ईजमाईट्रिप ने महादेव बेटिंग ऐप केस के संदर्भ में ईडी द्वारा कंपनी के विभिन्न ऑफिसों और ठिकानों पर छापेमारी करने के बाद यह स्पष्टीकरण जारी किया। कंपनी ने दोटूक शब्दों में कहा कि महादेव बेटिंग ऐप से उसका कोई संबंध नहीं है और न ही किसी अन्य सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म से कोई जुड़ाव है। इस संबंध में ईडी की पूरी टीम को कंपनी ने पूरा सहयोग दिया है और आगे भी जांच में सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध रहने की बात की है।

ईजमाईट्रिप के स्पष्टीकरण के अनुसार, बुधवार को ईडी की छापेमारी के दौरान कंपनी के गुरुग्राम ऑफिस में कोई भी आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिली। ईडी की टीम ने ऑफिस के रिकॉर्ड की पूरी तरह से जांच की, लेकिन कोई संदिग्ध गतिविधि नहीं पाई।
ईडी की रेड और छत्तीसगढ़ पुलिस की FIR

बताते चलें कि ईडी ने महादेव बेटिंग ऐप के मामले की जांच करते हुए विभिन्न लोगों और कंपनियों के 50 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की थी। ईजमाईट्रिप का गुरुग्राम स्थित ऑफिस भी जांच के दायरे में आया था, जहां पर अधिकारियों ने रिकॉर्ड खंगालने के बाद कोई संदिग्ध दस्तावेज नहीं पाए।

यह मामला छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा दर्ज की गई FIR के आधार पर शुरू हुआ था, जिसमें महादेव बेटिंग ऐप के कथित लिंक की जांच की जा रही थी। ईडी की जांच के दौरान यह पता चला कि महादेव बेटिंग ऐप का संचालन दुबई से हो रहा था, और यह एक अम्ब्रेला सिंडिकेट के रूप में काम करता था, जो अवैध सट्टेबाजी वेबसाइटों को नॉमिनेट करने, यूजर आईडी बनाने और मनी लॉन्ड्रिंग करने में मदद करता था।

ईजमाईट्रिप की स्थापना और इसके कामकाज का इतिहास

ईजमाईट्रिप की स्थापना 2008 में तीन भाइयों - निशांत, रिकांत और प्रशांत पिट्टी द्वारा की गई थी। यह कंपनी भारत की दूसरी सबसे बड़ी ऑनलाइन ट्रैवल प्लेटफॉर्म कंपनी के रूप में स्थापित है और यात्रा सेवाओं में अग्रणी मानी जाती है। हालांकि, इस बार कंपनी को महादेव बेटिंग ऐप से लिंक किए जाने के आरोपों का सामना करना पड़ा है, जिसे ईजमाईट्रिप ने पूरी तरह से नकारा


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