ताजा खबर
2036 ओलंपिक की तैयारी: अहमदाबाद की जसपुर झील बनेगी वर्ल्ड क्लास डेस्टिनेशन   ||    अहमदाबाद की झुलसा देने वाली गर्मी ने ईशांत और अक्षर को किया बेहाल, मैदान पर दिखी मुश्किलें   ||    ट्रंप प्रशासन का बड़ा कदम, 1,000 विदेशी छात्रों के वीजा रद्द   ||    हिंदू विरोधी पूर्वाग्रह से निपटने के लिए स्कॉटलैंड ने उठाया बड़ा कदम, संसद में पेश किया ये प्रस्ताव   ||    अमेरिका के पूर्व सीनेटर रॉबर्ट एफ कैनेडी की हत्या किसने की, जारी हुआ 10 हजार पन्नों का रिकॉर्ड   ||    अपने भाई के साथ 1 साल तक संबंध बनाती रही अमेरिकी युवती, तब महज 17 साल थी उम्र...खुलासा कर देगा हैरान   ||    कोविड-19 लैब-लीक थ्योरी को किसने दबाया? व्हाइट हाउस की नई वेबसाइट पर बड़ा खुलासा   ||    म्यांमार में फिर आया भूकंप, देर रात दो बार हिली धरती, घर छोड़कर भागे लोग, जानिए कितनी रही तीव्रता?   ||    पूर्व अंडरवर्ल्ड डॉन मुथप्पा राय के बेटे पर जानलेवा हमला, कर्नाटक में मारी गोली   ||    BECIL के पूर्व CMD को CBI ने किया गिरफ्तार, पिछले साल दर्ज हुई थी FIR; जानें क्या है पूरा मामला   ||   

मोदी सरकार ने प्याज और चीनी की कीमतों को कम करने के लिए उठाया ये बड़ा कदम, ऐसे घटेंगे दाम

Photo Source :

Posted On:Friday, December 8, 2023

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केंद्र सरकार अब भारतीय खाद्य निगम को प्रति सप्ताह 4 लाख टन गेहूं बेचने की इजाजत दे सकती है, जो फिलहाल सिर्फ 3 लाख टन है। यदि खाद्य पदार्थों की कीमतें कम हो गईं, तो मुद्रास्फीति चार महीने के निचले स्तर 5 प्रतिशत से भी कम होने की उम्मीद है। देश में खाने-पीने की चीजों के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं और इस पर काबू पाने के लिए केंद्र की मोदी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. सरकार ने प्याज के निर्यात पर रोक लगाने का बड़ा फैसला लिया है. साथ ही चीनी की कीमत को नियंत्रित करने के लिए गन्ने के रस के इस्तेमाल पर भी रोक लगा दी गई है. इसके तहत वर्ष 2023-24 में चीनी मिलें इथेनॉल के उत्पादन के लिए गन्ने के रस या सिरप का उपयोग नहीं करेंगी. सरकार के इस फैसले से जहां खाद्य पदार्थों की कीमतें घटेंगी वहीं स्थानीय बाजार में उनकी उपलब्धता भी बढ़ेगी. सरकार का यह फैसला कई मायनों में काफी अहम माना जा रहा है.

एमईपी लागू होने के बाद भी प्याज का निर्यात किया गया

आपको बता दें कि इससे पहले भी मोदी सरकार ने घरेलू बाजार में उपलब्धता बढ़ाने के लिए प्याज के निर्यात पर 800 अमेरिकी डॉलर यानी करीब 200 रुपये का जुर्माना लगाया था. 67 हजार प्रति मीट्रिक टन न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) तय किया गया. एमईपी लागू होने के बाद भी भारत से हर महीने एक लाख टन से ज्यादा प्याज दूसरे देशों में निर्यात किया जा रहा था.

प्याज की कीमतें नियंत्रण में आईं

देश में प्याज की कीमतें आसमान छू रही हैं. फिलहाल भारतीय बाजार में प्याज की कीमत 50 से 60 रुपये प्रति किलो है. ऐसे में प्याज के निर्यात का यहां की कीमतों पर बड़ा असर पड़ता है. प्याज की कीमतें कम करने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. सूत्रों का कहना है कि इस साल कम चीनी उत्पादन को देखते हुए सरकार ने इथेनॉल के लिए गन्ने के रस के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है.


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.