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Fact Check: क्या वर्ल्ड लीडर्स से ट्रंप ने कराया इंतजार? जानें क्या है वायरल तस्वीर का सच

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Posted On:Wednesday, August 27, 2025

आज के डिजिटल युग में जहां हर जानकारी कुछ ही सेकेंड में दुनिया भर में फैल जाती है, वहीं फेक न्यूज यानी गलत या भ्रामक जानकारी भी उतनी ही तेजी से वायरल हो जाती है। सोशल मीडिया पर फैलाई गई इन झूठी बातों का असर लोगों की सोच, समाज और कभी-कभी देश की छवि पर भी पड़ सकता है। इसी को लेकर India TV का फैक्ट चेक लोगों को फेक पोस्ट से जागरूक और सावधान करने का काम कर रहा है।


क्या है वायरल दावा?

हाल ही में एक पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया गया है कि,
"डोनाल्ड ट्रंप का दुनिया में सिर्फ तीन नेताओं पर जोर नहीं चलता – नरेंद्र मोदी, व्लादिमीर पुतिन और शी जिनपिंग।"

इस पोस्ट के साथ एक तस्वीर भी शेयर की गई है जिसमें फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों सहित कुछ अन्य वैश्विक नेता एक साथ बैठे दिखाई दे रहे हैं। इस फोटो के माध्यम से यह दावा किया गया कि ट्रंप की ताकत इन तीन नेताओं पर असर नहीं डाल पाई।


तस्वीर की सच्चाई क्या है?

क्ट चेक टीम ने इस वायरल पोस्ट की जांच शुरू की। सबसे पहले इस तस्वीर को AI or NOT नामक एआई टूल पर स्कैन किया गया। जांच में पाया गया कि यह तस्वीर असली नहीं है, बल्कि AI (Artificial Intelligence) के जरिए बनाई गई है।

इसके बाद, पुष्टि के लिए इसे एक और एआई टूल Undetectable AI पर चेक किया गया। वहां भी यही नतीजा सामने आया कि यह फोटो AI जनरेटेड है और इसे किसी रियल इवेंट या मीटिंग में नहीं लिया गया है।


फैक्ट चेक में क्या सामने आया?

फैक्ट चेक विश्लेषण से यह साफ हो गया कि:

  • पोस्ट में किया गया दावा पूरी तरह से गलत है।

  • तस्वीर AI के माध्यम से बनाई गई है।

  • इसमें दिखाई जा रहे नेता एक साथ बैठे नहीं थे।

  • इसे केवल राजनीतिक भावनाएं भड़काने या भ्रम फैलाने के उद्देश्य से वायरल किया गया।

इस तरह की भ्रामक पोस्ट का न तो कोई आधिकारिक स्रोत है, न ही कोई प्रामाणिक पुष्टि।


क्यों ज़रूरी है सतर्क रहना?

फेक न्यूज का सबसे बड़ा खतरा यह है कि यह बिना किसी तथ्यों के लोगों की सोच को गुमराह कर सकती है। इससे:

  • जनता भ्रमित होती है

  • नेताओं की छवि पर असर पड़ता है

  • सामाजिक और राजनीतिक माहौल खराब हो सकता है

आज के समय में जब AI का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है, तब ऐसी तस्वीरें और दावे असली लगते हैं, लेकिन उनमें सच्चाई नहीं होती।


क्या करें और क्या न करें?

करें:

  • किसी भी वायरल पोस्ट को फॉरवर्ड करने से पहले जांचें

  • भरोसेमंद न्यूज़ पोर्टल्स और फैक्ट चेक वेबसाइट्स से जानकारी लें

  • AI जनरेटेड फोटो की पहचान करने वाले टूल्स का इस्तेमाल करें

न करें:

  • बिना पुष्टि के किसी भी जानकारी को शेयर न करें

  • राजनीतिक या धार्मिक भावना भड़काने वाली पोस्ट पर भरोसा न करें

  • भ्रामक हैडलाइन से प्रभावित न हों


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