ताजा खबर
IPL 2025 को देखकर पाकिस्तान की निकल गई हवा, PSL को लेकर लिया चौंकाने वाला फैसला   ||    Fact Check: वक्फ बिल पास होने पर असदुद्दीन ओवैसी ने मनाया जश्न? जानें वायरल वीडियो का पूरा सच   ||    RCB vs DC: केएल राहुल के सेलिब्रेशन की टिम डेविड ने उतारी नकल, सामने आया VIDEO   ||    इंटरनेट न होता तो हमारी जिंदगी कैसी होती? जानें Internet से जुड़ी 5 अनसुनी बातें   ||    हनुमान जयंती पर खुलेगा इन 5 राशियों का नसीब, हर मुश्किल आसान करेंगे बजरंगबली!   ||    पेट्रोल-डीजल की आज की कीमत जानने के लिए पढ़ें ये खबर, जानें अपने शहर के ताजा भाव   ||    Gold-Silver Price Today 11 April 2025: सोने में रिकॉर्ड तेजी जारी, जानें अपने शहर का रेट   ||    Stock Market Today: टैरिफ पॉज का पॉजिटिव असर, सेंसेक्स 110 अंक उछला; निफ्टी 22,700 के पार, निवेशकों ...   ||    आतंकी तहव्वुर राणा को लेकर भारत आ रही फ्लाइट लेट, 3 बजे तक दिल्ली पहुंचने की उम्मीद   ||    ‘तहव्वुर राणा को मुंबई के भरे चौराहे पर फांसी की सजा दी जाए’, MP प्रियंका चतुर्वेदी ने बताई ये वजह   ||   

आखिर क्यों आज ही दिन मनाया जाता हैं विश्व रेडक्रॉस दिवस? जानें इसका इतिहास और महत्व

Photo Source :

Posted On:Wednesday, May 8, 2024

विश्व रेड क्रॉस दिवस को अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस के रूप में मनाया जाता है। लगभग 150 वर्षों से दुनिया भर में रेड क्रॉस स्वयंसेवक असहाय और पीड़ित मानवता की मदद के लिए काम कर रहे हैं। भारत में वर्ष 1920 में संसद के एक अधिनियम के तहत भारतीय रेड क्रॉस सोसायटी के गठन के बाद से ही रेड क्रॉस स्वयंसेवक विभिन्न आपदाओं में निस्वार्थ भाव से अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इस वर्ष इंटरनेशनल रेड क्रॉस ने अपना आदर्श वाक्य 'अपने पक्ष में स्वयंसेवक खोजें' दिया है। दुनिया के लगभग दो सौ देश एक विचार पर सहमत हैं और वह है रेड क्रॉस का विचार। रेड क्रॉस युद्ध के मैदान में घायल सैनिकों के इलाज के साथ-साथ प्राकृतिक आपदाओं में फंसे लोगों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहता है।

मरे हुओं को राहत के लिए अंतर्राष्ट्रीय समिति

बिना किसी भेदभाव के पीड़ित मानवता की सेवा करने के विचार की कल्पना करने वाले और रेड क्रॉस अभियान को जन्म देने वाले महान मानवतावादी जीन-हेनरी ड्यूनेंट का जन्म 8 मई 1828 को हुआ था। उनका जन्मदिन, 8 मई, दुनिया भर में विश्व रेड क्रॉस दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया और दुनिया भर के लोगों को मानव सेवक के रूप में स्थापित होने के लिए प्रेरित किया। सेवा कार्यों के लिए उनके द्वारा गठित सोसायटी को रेड क्रॉस कहा गया।

वर्तमान में रेड क्रॉस सोसायटी विश्व के 186 देशों में कार्य कर रही है। वर्ष 1901 में हेनरी ड्यूनेंट को उनके मानवीय कार्यों के लिए पहला नोबेल शांति पुरस्कार मिला। युद्ध में घायल सैनिकों की हालत से परेशान होकर हेनरी ड्यूनेंट ने 9 फरवरी 1863 को जिनेवा में एक पाँच सदस्यीय समिति का गठन किया। हेनरी की अवधारणा को 'इंटरनेशनल कमेटी फॉर रिलीफ टू द अंडरड' कहा गया। उसी वर्ष अक्टूबर में जिनेवा में ही एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया। जिसमें विभिन्न 18 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। जिसमें रेडक्रॉस के क्रियान्वयन हेतु एक प्रारूप तैयार किया गया।

इस संगठन की पहचान के लिए सफेद पट्टी पर लाल क्रॉस चिन्ह की शुरुआत की गई। आज यह प्रतीक पूरे विश्व में पीड़ित मानवता की सेवा का प्रतीक बन गया है। यह भी बहुत महत्वपूर्ण है कि दुनिया का पहला ब्लड बैंक 1937 में रेड क्रॉस की पहल पर अमेरिका में खोला गया था। आज विश्व के अधिकांश ब्लड बैंक रेड क्रॉस और उससे संबद्ध संगठनों द्वारा संचालित होते हैं। रेड क्रॉस द्वारा चलाए गए रक्तदान जागरूकता अभियान के कारण आज थैलेसीमिया, कैंसर, एनीमिया जैसी कई घातक बीमारियों से हजारों लोगों की जान बचाई जा रही है।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.