ताजा खबर
LIVE Weather News 14 June 2025: आज से बदल सकता है दिल्ली में मौसम का मिजाज, किन राज्यों में लू का अल...   ||    ‘खराब फ्यूल हो सकता है हादसे का कारण…’, Ahmedabad Plane Crash पर क्या बोले विशेषज्ञ   ||    LIVE आज की ताजा खबर, हिंदी न्यूज Aaj Ki Taaza Khabar, 14 जून 2025: अहमदाबाद पहुंचे पूर्व CM विजय रुप...   ||    अहमदाबाद प्लेन क्रैश पर आया एअर इंडिया के CEO का बयान, जांच को लेकर कही ये बात   ||    Ahmedabad Plane Crash LIVE Update: डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल देने आएंगे पूर्व सीएम रूपाणी के बेटे   ||    1 दो नहीं 7 बार सोनम-राज ने रची थी साजिश, पहले 2 प्लान हो जाते सफल तो ना जाती राजा की जान   ||    LIVE Israel Iran War Updates: ईरान के समर्थन में आया चीन, इजरायल के हवाई हमलों को बताया संप्रभुता को...   ||    लॉस एंजेलिस में बिगड़े हालात, अमेरिका ने 200 मरीन जवान किए तैनात   ||    Israel Iran War: इजरायल पर ईरान का मिसाइल अटैक, तेल अवीव-जेरुसलम और गोलान हाइट्स में बज रहे सायरन   ||    Israel Iran War: कितना खतरनाक ईरान का नतांज ऑटोमेटिक बेस, पाकिस्तान के किराना हिल्स का जिक्र क्यों?   ||   

Raksha Bandhan 2024: भाई-बहन के प्यार का प्रतीक है ये अनोखा मंदिर, रक्षाबंधन पर लगता है मेला, वीडियो में देखें दिलचस्प इतिहास

Photo Source :

Posted On:Wednesday, August 14, 2024

रक्षा बंधन का त्योहार भाई-बहन के प्यार (रक्षा बंधन 2023) और उनके अटूट रिश्ते का प्रतीक है। रक्षाबंधन पर्व का अपना विशेष महत्व है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और अपने भाई-बहनों को रक्षा का वचन देती हैं। बिहार के सीवान में भी भाई-बहन के प्यार का प्रतीक एक मंदिर है। इस मंदिर का नाम भैया-बहिनी मंदिर है।


बिहार के इस अनोखे मंदिर में बहनें अपने भाइयों की समृद्धि, प्रगति और सुरक्षा के लिए पूजा करती हैं। इस ऐतिहासिक जगह पर भाई-बहन सिर झुकाने आते हैं और अपने रिश्ते की सलामती की दुआ मांगते हैं। यह अनोखा मंदिर बिहार के सीवान जिले के भीखाबांध गांव में है। इस मंदिर से एक दिलचस्प कहानी भी जुड़ी हुई है।

भैया-बहिनी मंदिर में भगवान की मूर्ति की जगह मिट्टी का एक खंड है। स्थानीय लोग इसे भाईचारे का प्रतीक मानते हैं। मंदिर की दीवार पर भगवान की तस्वीर बनी हुई है। मंदिर के बाहर एक विशाल बरगद का पेड़ भी है। बहनें इन पेड़ों की पूजा करती हैं और अपने भाइयों की लंबी उम्र, स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना करती हैं।

भाई-बहन के प्यार का प्रतीक सीवान के भैया-बहिनी मंदिर का भी अनोखा इतिहास है. रक्षाबंधन के अवसर पर यहां मेला भी लगता है। वट वृक्ष के नीचे बहनें अपने भाइयों को राखी बांधती हैं। स्थानीय लोगों का मानना ​​है कि अंग्रेजों के समय में एक भाई अपनी बहन को रक्षाबंधन से कुछ दिन पहले ससुराल से विदा कर डोली में बैठाकर घर ले जाता था। इसी दौरान कुछ जवानों की नजर उन पर पड़ी. तभी उसने अपनी बहन की डोली रोक ली और गाली-गलौज करने लगा।

स्थानीय लोगों का कहना है कि जवानों की संख्या अधिक थी. इस वजह से भाई अकेला हो गया, लेकिन उसने अपनी बहन की रक्षा के लिए पूरी ताकत से लड़ाई लड़ी। तब बहन ने भगवान को पुकारा और दोनों धरती में समा गये। ऐसा माना जाता है कि जहां भाई-बहन ने समाधि ली, वहां बरगद के पेड़ उग आए। अब रक्षाबंधन के दिन बहनें सबसे पहले इसी वट वृक्ष की परिक्रमा करती हैं और अपने भाइयों को रक्षासूत्र बांधती हैं।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.