ताजा खबर
IIM अहमदाबाद में नया MBA प्रोग्राम: AI और बिज़नेस एनालिटिक्स में दो साल का कोर्स   ||    एयर इंडिया पायलट सुमित सबरवाल हादसा: पिता की न्यायिक जांच की मांग, सुप्रीम कोर्ट ने बोझ न लेने की सल...   ||    'नेहरू ने जानबूझकर मां दुर्गा के श्लोक हटाये', वंदे मातरम को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर साधा निशाना   ||    लूव्र म्यूजियम के सर्विलांस सिस्टम का पासवर्ड निकला इतना कमजोर, 850 करोड़ की चोरी में खुलासा   ||    भारत-पाक के बीच सीजफायर पर ट्रंप का नया दावा, मारे गिराए गए विमानों पर क्या कहा?   ||    गर्लफ्रेंड से करनी थी शादी, बनाया मास्टरप्लान, पत्नी का ही बना लिया अश्लील वीडियो… बोला- 10 लाख दे त...   ||    बिहार चुनाव 2025: रिकॉर्ड वोटिंग का धमाका, नीतीश की सत्ता हिलेगी या तेजस्वी का खेल बिगड़ेगा?   ||    काम के प्रेशर से परेशान नर्स ने किया दिल दहलाने वाला काम, 10 मरीजों को सुलाया मौत की नींद   ||    व्हाइट हाउस में मची अफरा-तफरी, ट्रंप के ठीक पीछे खड़ा व्यक्ति अचानक बेहोश होकर गिरा; जानें फिर क्या ...   ||    ‘पायलटों को दोषी नहीं ठहरा सकते…’, अहमदाबाद प्लेन क्रैश में पुन: जांच के लिए SC ने केंद्र-DGCA को दि...   ||   

जयशंकर ने कहा, 1984 में हाईजैक हुए प्लेन में मेरे पिता थे, जानिए पूरा मामला

Photo Source :

Posted On:Friday, September 13, 2024

मुंबई, 13 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। विदेशमंत्री जयशंकर दो दिन के स्विट्जरलैंड दौरे पर हैं। इस दौरान जिनेवा में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए उन्होंने 1984 में हुए IC 421 प्लेन हाईजैक से जुड़ा एक किस्सा सुनाया। जयशंकर ने बताया कि वो उस टीम का हिस्सा थे, जो हाइजैकर्स से डील कर रही थी। जयशंकर ने कहा, हाइजैक के 3-4 घंटे बाद मैंने अपनी मां को फोन किया मैंने उन्हें बताया कि प्लेन हाइजैक हुआ है, मैं घर नहीं आ सकता। तभी मुझे ये भी पता चला कि मेरे पिता उस फ्लाइट में हैं। जयशंकर ने कहा कि एक तरफ मैं उस टीम में था जो हाइजैकर्स से डील कर रही थी। वहीं, मैं उन फैमिली मेंबर्स की उस टीम में भी था जो सरकार पर दबाव डाल रही थी। दरअसल, जेनेवा में एक कार्यक्रम के दौरान 1999 में हुए कंधार हाईजैक पर बनी नेटफ्लिक्स सीरीज IC 184 पर हो रही कंट्रोवर्सी पर जयशंकर से सवाल किया था। इस पर जयशंकर ने कहा कि उन्होंने सीरीज नहीं देखी है। इसलिए वे इस पर कमेंट नहीं कर सकते।

आपको बता दें, 24 अगस्त 1984 को इंडियन एयरलाइन्स के विमान IC 421 ने चंडीगढ़ से जम्मू के लिए उड़ान भरी थी। इस प्लेन में चंडीगढ़ से 7 अलगाववादी सिख युवक भी सवार हुए। प्लेन उड़ने के कुछ देर बाद ही इन युवकों ने उसे हाईजैक कर लिया था। ये सभी युवक ऑपरेशन ब्लू स्टार से नाराज थे। हाइजैक हुए विमान में विदेशमंत्री जयशंकर के पिता के. सुब्रमण्यम सहित 100 लोग सवार थे। हाईजैकर्स ने प्लेन के पायलट वीके मेहता से प्लेन को अमृतसर ले जाकर स्वर्ण मंदिर की परिक्रमा लगाने के लिए कहा था। हाईजैकर्स प्लेन को पाकिस्तान के लाहौर ले गए थे। लेकिन लाहौर एयरपोर्ट अथॉरिटी ने प्लेन को लैंड करने की परमिशन नहीं दी। इसके बाद विमान काफी देर तक हवा में ही रहा। बाद में प्लेन का फ्यूल कम होने लगा तो पायलट ने एयरपोर्ट अथॉरिटी से इमरजेंसी लैंडिंग के लिए परमिशन मांगी। जिसके बाद अधिकारियों ने प्लेन को लैंड करने दिया। लाहौर एयरपोर्ट पर रिफ्यूलिंग के बाद हाईजैकर्स ने प्लेन को अमेरिका ले जाने के लिए कहा। हालांकि पायलेट ने हाईजैकर्स को बताया कि ये प्लेन घरेलू उड़ान के लिए है इसलिए अमेरिका नहीं जा सकता है। इसके बाद हाईजैकर्स ने प्लेन के बहरीन ले जाने की बात कही। लेकिन पायलट के मना करने के बाद इसे दुबई ले जाया गया। दुबई में प्लेन की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। जहां भारतीय अधिकारियों के साथ हुई बातचीत के बाद हाईजैकर्स ने सरेंडर कर दिया था।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.