अहमदाबाद न्यूज डेस्क: अच्छी सैलरी पाने के लिए अब युवाओं को दिल्ली-मुंबई जैसे महंगे शहरों का रुख करने की जरूरत नहीं है। Indeed के हालिया सर्वे में खुलासा हुआ है कि हैदराबाद, चेन्नई और अहमदाबाद जैसे छोटे शहर अब मोटी सैलरी के नए हब बनकर उभर रहे हैं। ये शहर मेट्रो सिटीज़ से कहीं तेज सैलरी ग्रोथ ऑफर कर रहे हैं।
चेन्नई फ्रेशर्स के लिए टॉप, हैदराबाद एक्सपीरियंस वालों के लिए बेस्ट
सर्वे के अनुसार, चेन्नई में फ्रेशर्स की एवरेज सैलरी 30,100 रुपए/माह है, जो देश में सबसे ज्यादा है। वहीं, 5 से 8 साल का अनुभव रखने वाले प्रोफेशनल्स को हैदराबाद में औसतन 69,700 रुपए/माह की सैलरी मिल रही है। इससे साफ है कि छोटे शहर भी अब जॉब मार्केट में बड़ा रोल निभा रहे हैं।
बड़े शहरों की ऊंची महंगाई बड़ी परेशानी
हालांकि, रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि अच्छी सैलरी मिलने के बावजूद अधिकांश लोगों को अपना खर्च निकालना मुश्किल होता है। करीब 69% जॉबपेशा लोगों का मानना है कि उनकी सैलरी उनके शहर की कॉस्ट ऑफ लिविंग से मेल नहीं खाती।
दिल्ली में 96%, मुंबई में 95%, पुणे में 94% और बेंगलुरु में 93% प्रोफेशनल्स ने यह बात कही। उनका कहना है कि इन शहरों में हाई रेंट, रीलोकेशन खर्च और तनाव के चलते अब वे अपने ही शहर में नौकरी करना ज्यादा बेहतर मानते हैं।
बदल रही सोच, अब सैलरी के साथ संतुलन भी जरूरी
यह ट्रेंड इस ओर इशारा करता है कि अब युवा केवल सैलरी के आंकड़ों को नहीं, बल्कि लाइफस्टाइल बैलेंस और खर्च-कुशलता को भी प्राथमिकता देने लगे हैं। ऐसे में छोटे शहरों का तेजी से उभरना न केवल नौकरी के नक्शे को बदल रहा है, बल्कि देश में रोजगार का नया संतुलन भी बना रहा है।