अहमदाबाद न्यूज डेस्क: अहमदाबाद विमान हादसे में इकलौते जीवित बचे यात्री विश्वास कुमार रमेश अब लंदन पहुंच चुके हैं। हादसे के बाद उन्हें ‘लकी मैन’ के रूप में देखा गया था। सिविल अस्पताल में इलाज और पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया था। हादसे में उनके भाई अजय की मौत हुई थी, जिसकी यादों ने विश्वास को गहरा सदमा दिया था। उनके दीव स्थित घर पर उन्होंने अपने भाई की डेडबॉडी देखकर बिलखकर रोया था।
विश्वास कुमार रमेश हादसे के बाद नियमित काउंसलिंग ले रहे थे। हादसे के चार महीने पूरे होने के बाद, परिवार ने बताया कि वह करीब एक हफ्ते पहले ही लंदन पहुंचे हैं। हालांकि, उन्होंने अब तक मीडिया से दूरी बनाए रखी है। लंदन में उन्होंने अपने लिए वकील और क्राइसिस मैनेजमेंट कंसल्टेंट नियुक्त किए हैं ताकि हादसे से जुड़ी कानूनी और मानसिक चुनौतियों में सहायता मिल सके।
अहमदाबाद विमान हादसे में कुल 241 लोगों की जान गई थी। विश्वास कुमार रमेश एकमात्र जीवित यात्री और घटना का चश्मदीद गवाह हैं। एविएशन एक्सपर्ट के अनुसार, हादसे की जांच में उनकी गवाही अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनके अनुभव और जानकारी हादसे की वजह और परिस्थितियों को समझने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
विश्वास के कानूनी सलाहकार ने मीडिया से बातचीत करने से इंकार किया है। परिवार ने भी विश्वास की गोपनीयता और मानसिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए उनकी सुरक्षा और सहयोग के लिए जरूरी कदम उठाए हैं। एक्सपर्टों का मानना है कि ऐसे मामलों में पीड़ित गवाह के लिए कानूनी और मानसिक सुरक्षा अत्यंत जरूरी होती है।