अहमदाबाद न्यूज डेस्क: अहमदाबाद प्लेन क्रैश को लेकर अब एक बड़ा अपडेट सामने आया है, जिससे पीड़ित परिवारों के लिए न्याय की उम्मीद जगी है। इस दर्दनाक हादसे में जान गंवाने वाले 260 लोगों में से 65 पीड़ित परिवारों ने अमेरिका की मशहूर कानूनी फर्म बेस्ली एलन को नियुक्त किया है। ये वही फर्म है जिसने पहले बोइंग 737 मैक्स क्रैश में पीड़ितों को मुआवजा दिलवाया था। अब ये फर्म बोइंग और एयर इंडिया के खिलाफ अमेरिकी और ब्रिटिश अदालतों में कार्रवाई की तैयारी में है।
यह हादसा 12 जून को हुआ था, जब एयर इंडिया की फ्लाइट AI 171 अहमदाबाद से लंदन रवाना हुई थी और उड़ान भरने के एक मिनट के अंदर ही क्रैश हो गई थी। विमान सीधे बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल मेस पर गिरा, जिससे 241 पैसेंजर्स के अलावा जमीन पर मौजूद 19 लोग भी मारे गए। हादसे में सिर्फ एक यात्री, विश्वाश कुमार रमेश, जीवित बचा। हादसे की भयावहता इतनी थी कि देश की यह अब तक की सबसे बड़ी विमान दुर्घटना बन गई।
अब पीड़ित परिवारों ने बोइंग और एयर इंडिया पर सवाल उठाते हुए पूरी पारदर्शिता की मांग की है। बेस्ली एलन फर्म के वकील डी. माइकल एंड्रयूज का कहना है कि वे 65 परिवारों की ओर से इस केस को देख रहे हैं और इस त्रासदी के असली कारणों का पता लगाने के लिए पूरी कोशिश करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पीड़ित परिवारों को न्याय और जवाब दोनों की आवश्यकता है। अभी तक कोई मुकदमा दाखिल नहीं हुआ है, लेकिन जांच प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
गौरतलब है कि बोइंग 737 मैक्स के हादसों में भी इसी फर्म ने अहम भूमिका निभाई थी और पीड़ित परिवारों को अरबों डॉलर का मुआवजा दिलवाया था। अब यही उम्मीद अहमदाबाद क्रैश के पीड़ितों को भी है। क्योंकि इस मामले में अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ड्रीमलाइनर विमान ने टेकऑफ के तुरंत बाद क्यों क्रैश किया। बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर उड़ान संख्या AI-171 की तकनीकी या मानवीय चूक पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है।