अहमदाबाद न्यूज डेस्क: 2008 अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट केस के दोषी शफीक कुरैशी को बेटी की शादी में शामिल होने के लिए 2 दिन की पैरोल मिली है। उज्जैन के मित्र नगर स्थित उसके घर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
गुजरात और मध्य प्रदेश पुलिस की सुरक्षा में शफीक कुरैशी दो दिन से उज्जैन में मौजूद है। उसे भाई की बेटी के निकाह में शामिल होने के लिए अदालत से 2 दिन की पैरोल मिली है। उसके घर के बाहर और अंदर 33 पुलिसकर्मी तैनात हैं। गुजरात पुलिस की 16 सदस्यीय टीम के साथ उज्जैन के दो थानों की पुलिस भी सुरक्षा में लगी है। सोमवार शाम तक शफीक को वापस गुजरात ले जाया जाएगा।
शफीक को 2022 में 10 अन्य दोषियों के साथ उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। वहीं इस केस में कुल 49 दोषियों में से 38 को फांसी और 11 को उम्रकैद दी गई है। उज्जैन के ही तीन और आतंकी कमरुद्दीन नागौरी, सफदर नागौरी और आमिल परवेज को फांसी की सजा सुनाई गई। सफदर नागौरी सिमी का मास्टरमाइंड था और उसने पूरे मालवा क्षेत्र में आतंकी नेटवर्क फैलाया था।
कमरुद्दीन को सिमी का आंध्र प्रदेश प्रमुख बनाया गया था, जिसे 2008 में इंदौर से पकड़ा गया और 2017 में आजीवन कारावास की सजा हुई। आमिल परवेज उज्जैन के उन्हेंल का निवासी है और उसका घर आज भी बंद पड़ा है। इन तीनों ने मिलकर आतंकी ट्रेनिंग कैंप चलाए और देश में दहशत फैलाने की साजिश रची थी। सफदर नागौरी ने जेल में सुरंग बनाकर भागने की भी कोशिश की थी, लेकिन समय रहते साजिश का खुलासा हो गया।