अहमदाबाद न्यूज डेस्क: अहमदाबाद पुलिस के हाथ आखिरकार उस शातिर अपराधी तक पहुंच गए, जो सालों से फरार होकर धर्मयात्राओं के सहारे खुद को बचाने की कोशिश कर रहा था। वटवा इलाके का रहने वाला अभिषेक उर्फ बबलू केशवसिंह राजपूत न केवल पुलिस से बचने में माहिर था, बल्कि उसने चारधाम यात्रा और देशभर के 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन भी कर डाले। शायद उसे लगा कि धार्मिक सफर से उसके जुर्म धुल जाएंगे या पुलिस की पकड़ से छूट जाएगा, मगर किस्मत ने उसे आखिरकार कानून के सामने ला खड़ा किया।
अभिषेक पर अहमदाबाद के अलग-अलग थानों में हत्या, डकैती, दंगा-फसाद और आर्म्स एक्ट जैसे कुल 12 गंभीर मामले दर्ज हैं। वटवा, अमराईवाड़ी, रामोल, नारोल और क्राइम ब्रांच—इन सभी जगहों पर उसके नाम केस हैं। इनमें साल 2021 में हत्या की कोशिश और शराबबंदी तोड़ने के मामले से लेकर 2023 में हत्या और डकैती जैसे संगीन आरोप शामिल हैं। पुलिस की नजर से बचने के लिए वह लगातार राज्यों की सरहदें पार करता रहा।
हाल ही में उसकी किस्मत ने साथ छोड़ दिया, जब वह ओडिशा के भुवनेश्वर एयरपोर्ट पर एयरपोर्ट पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पहले तो उसे आर्म्स एक्ट के तहत पकड़ा गया, लेकिन जांच में खुलासा हुआ कि यह वही फरार अपराधी है जिसे अहमदाबाद पुलिस लंबे समय से ढूंढ रही थी। गिरफ्तारी के बाद उसने दावा किया कि अब वह अपराध की राह छोड़ चुका है, लेकिन पुलिस रिकॉर्ड और उसके खिलाफ दर्ज केस कुछ और ही कहानी बयां करते हैं।
अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने उस पर दो और आर्म्स एक्ट के केस दर्ज कर लिए हैं और अब उसकी पूरी आपराधिक यात्रा की पड़ताल हो रही है—वह किन-किन राज्यों में छिपा रहा, किसके संपर्क में था और क्या इस दौरान उसने कोई नया अपराध किया। धार्मिक यात्रा से उसका मन चाहे बदल गया हो या नहीं, लेकिन कानून ने साबित कर दिया कि भागने का कोई रास्ता हमेशा के लिए खुला नहीं रहता।