ताजा खबर
पाकिस्तान में रेड अलर्ट, जल-थल से हवा तक मुनीर की सेना एक्टिव; क्या भारत से है कनेक्शन?   ||    'तुम लोग सिख नहीं हो...', गुरु नानक जयंती पर पाकिस्तान ने 14 हिंदुओं को वापस भेजा   ||    संपत्ति हड़पने वाले माफिया का UP में होगा बुरा हश्र, यूपी असीमित संभावनाओं वाला राज्य : योगी आदित्यन...   ||    Bihar Election 2025 : हर बूथ पर सशस्त्र बल, सभी सीमाएं सील, साढ़े चार लाख सुरक्षाकर्मी तैनात   ||    कौन हैं वर्जीनिया की नई उपराज्यपाल गजाला हाशमी, पढ़ें हैदराबाद से क्या है कनेक्शन   ||    बांग्लादेश में चुनावी शंखनाद, पूर्व पीएम खालिदा जिया की BNP ने 237 सीटों पर उतारे उम्मीदवार   ||    'मैं सदमे में था... पूरा राज्य हमसे छीन लिया गया', राहुल गांधी ने फिर लगाए वोट चोरी के आरोप   ||    'हरियाणा की वोटर लिस्ट में ब्राजील की मॉडल का नाम कैसे', राहुल गांधी के 'H बम' पर क्या बोला चुनाव आय...   ||    फैक्ट चेक: बीजेपी उम्मीदवार को जूतों की माला पहनाए जाने का ये वीडियो बिहार का नहीं है   ||    4 लाख रुपये किलो केसर, ₹5 वाली सुपारी की पुड़िया में कैसे? एड पर सलमान को नोटिस, विज्ञापन से कितना क...   ||   

भारत में बढ़ रहे दिल के दौरे: जीवनशैली, आनुवंशिकी और नए जोखिम कारक

Photo Source :

Posted On:Monday, August 25, 2025

मुंबई, 25 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन) एक वैश्विक स्वास्थ्य प्रवृत्ति के हिस्से के रूप में, भारत में दिल के दौरे की घटनाओं में खतरनाक वृद्धि हो रही है, खासकर युवाओं में। लेख के अनुसार, भारत में अब 50% दिल के दौरे 50 वर्ष से कम उम्र के लोगों में होते हैं, और 15 में से 1 दिल का दौरा 40 वर्ष से कम उम्र के लोगों में होता है। इस वृद्धि का कारण जीवनशैली में बदलाव, आनुवंशिक कारक और मधुमेह, उच्च रक्तचाप और मोटापे जैसी पारंपरिक जोखिम कारकों में वृद्धि का संयोजन है।

लेख में उल्लेखित प्रमुख योगदान कारक हैं:

आनुवंशिक प्रवृत्ति: दक्षिण एशियाई लोगों में दिल के दौरे का आनुवंशिक जोखिम अधिक होता है।

जीवनशैली में बदलाव: युवाओं में मधुमेह की बढ़ती दर, खराब खान-पान की आदतें और गतिहीन जीवनशैली मोटापे का कारण बन रही हैं।

पदार्थों का उपयोग: तम्बाकू, वाष्पीकरण उत्पादों (vaping products) और कोकीन जैसे पदार्थों का उपयोग भी एक प्रमुख कारण है।

मानसिक तनाव और वायु प्रदूषण: पुराने तनाव और वायु प्रदूषण, विशेष रूप से PM 2.5 के संपर्क में आना, भी महत्वपूर्ण जोखिम कारक माने गए हैं।

लेख में नए जोखिम मार्करों की भी चर्चा की गई है, जैसे कि hs-CRP (हाई-सेंसिटिविटी सी-रिएक्टिव प्रोटीन), जो सूजन का संकेत देता है और सामान्य कोलेस्ट्रॉल स्तर वाले व्यक्तियों में भी दिल के दौरे के जोखिम की भविष्यवाणी कर सकता है। यह निष्कर्ष निकाला गया है कि युवा आबादी में दिल के दौरे के जोखिम का बेहतर आकलन और कमी करने के लिए पारंपरिक जोखिम कारकों से परे देखने और hs-CRP, लिपोप्रोटीन (ए) और Apo B जैसे नए मार्करों का पता लगाने की आवश्यकता है।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.