ताजा खबर
19 सितंबर का इतिहास: भारत और विश्व में घटित प्रमुख घटनाएं   ||    Fact Check: राहुल गांधी के खिलाफ मल्लिकार्जुन खरगे ने दिया बयान? यहां जानें वायरल Video का सच   ||    Aaj Ka Rashifal: मेष से लेकर मीन राशिवालों के लिए कैसा रहेगा आज का दिन? पढ़ें 19 सितंबर 2025 का राशि...   ||    India vs Oman: फिर होगा 18 साल पहले जैसा चमत्कार? अभिषेक शर्मा के पास गुरु युवराज सिंह को ‘दक्षिणा’ ...   ||    बेस्ट थ्रो के बाद भी मेडल से चूके सचिन यादव, अगर ऐसा होता तो पक्का था पदक, पढ़ें इनसाइड स्टोरी   ||    Asia Cup 2025: एक दो नहीं पूरे 5 मैच खेल सकती है टीम इंडिया, नोट कर लीजिए शेड्यूल   ||    Gold Rate : नवरात्र से पहले सोने के रेट में तगड़ी गिरावट, एक ही दिन में इतने गिरे दाम   ||    SEBI ने अडाणी समूह को दी क्लीन चिट, कहा- ‘किसी नियम का नहीं हुआ उल्लंघन’   ||    US Fed Rate Cut : अमेरिका ने घटाई ब्याज दरें, भारत पर क्या होगा इसका असर?   ||    गांधीनगर में प्रशासन ने चलाया मेगा डिमोलिशन अभियान, 1 लाख वर्ग मीटर अवैध अतिक्रमण हटाया   ||   

मानसून यात्रा तेज़ी से बन गया है खास भारतीय यात्रियों के लिए, आप भी जानें खबर

Photo Source :

Posted On:Monday, August 4, 2025

मुंबई, 4 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन) गर्मियों की छुट्टियों को पीछे छोड़ दें, मानसून यात्रा तेज़ी से प्रकृति, तरोताज़ा और रोमांच की तलाश में रहने वाले भारतीय यात्रियों के लिए एक पसंदीदा पलायन के रूप में उभर रही है। धुंध भरे पहाड़ों से लेकर हरे-भरे जंगलों तक, यह बारिश का मौसम अब घर में रहने के बारे में नहीं, बल्कि बाहर जाकर प्रकृति के सबसे जीवंत और मनमोहक पलों का आनंद लेने के बारे में है।

बारिश में भीगने का आकर्षण

वे दिन गए जब यात्री बारिश से बचते थे। अब, मानसून को धीमा होने, गहरी साँस लेने और अपने चरम पर हरियाली में डूबने के एक अवसर के रूप में देखा जा रहा है। चाहे वह धुंध भरी घाटियों में ट्रेकिंग हो, बारिश से सिंचित नदियों में कयाकिंग हो, या हरे-भरे परिदृश्यों के बीच चाय की चुस्कियाँ लेना हो, भारतीय लोग मानसून का भरपूर आनंद ले रहे हैं।

थॉमस कुक (इंडिया) लिमिटेड के अध्यक्ष एवं समूह प्रमुख (मार्केटिंग, सेवा गुणवत्ता, मूल्यवर्धित सेवाएँ एवं नवाचार) अब्राहम अलापट्ट कहते हैं, "मानसून उन भारतीय यात्रियों के लिए एक पसंदीदा यात्रा स्थल बनता जा रहा है जो प्रकृति के सबसे जीवंत रूप में खुद को डुबोना चाहते हैं।"

"पारंपरिक पीक-सीज़न की छुट्टियों के विपरीत, मानसून में की जाने वाली छुट्टियां बाहरी दुनिया से फिर से जुड़ने, शांत होने और प्रकृति के साथ और गहराई से जुड़ने की इच्छा से प्रेरित होती हैं।"

नेचर ट्रेल्स और मानसून एडवेंचर्स

थॉमस कुक इंडिया की कंपनी, नेचर ट्रेल्स में, चुनिंदा मानसून अनुभवों की मांग में तेज़ी से वृद्धि देखी जा रही है। दुरशेत, साजन और कुंडलिका स्थित उनकी संपत्तियाँ पर्यावरण के प्रति जागरूक यात्रा और इमर्सिव गतिविधियों के केंद्र बन गई हैं। मेहमान चावल की रोपाई, बैलगाड़ी की सवारी, आदिवासी गाँवों की सैर और कीचड़ से लेकर व्हाइट-वाटर राफ्टिंग, ज़िपलाइनिंग, कयाकिंग और जंगल में खाना पकाने तक, हर चीज़ का आनंद ले सकते हैं, और ये सब ट्री-टॉप रूम, पॉड कंटेनर, रिवर-व्यू केबिन और ट्रेल-व्हील कारवां जैसी अनोखी सुविधाओं में ठहरते हुए।

अलपट्ट आगे कहते हैं, "ये सिर्फ़ आराम के लिए ठहरने की जगहें नहीं हैं, ये प्रकृति के साथ घुलने-मिलने वाली, प्रकृति-केंद्रित यात्राएँ हैं जो आज के नए ज़माने के भारतीय यात्रियों के साथ गहराई से जुड़ती हैं।" "परिवारों और जेन-ज़ी से लेकर शैक्षिक समूहों और कॉर्पोरेट्स तक, ज़्यादा से ज़्यादा लोग स्थिरता और स्थानीय संस्कृति पर आधारित उद्देश्यपूर्ण बाहरी अनुभवों की तलाश कर रहे हैं।"

लंबे सप्ताहांत, छोटी छुट्टियाँ

इस बीच, एसओटीसी ट्रैवल एक अलग लेकिन पूरक प्रवृत्ति की रिपोर्ट करता है: लंबे सप्ताहांतों और सार्वजनिक छुट्टियों के आसपास नियोजित छोटी, सहज छुट्टियाँ।

एस.डी. नंदकुमार, अध्यक्ष एवं कंट्री हेड, हॉलिडेज़ एवं कॉर्पोरेट टूर्स, एसओटीसी ट्रैवल लिमिटेड।

“यात्री प्रकृति-केंद्रित छुट्टियों का विकल्प चुन रहे हैं जो उन्हें ज़्यादा दूर गए बिना ही एक सुकून का एहसास दिलाती हैं।”

लोकप्रिय विकल्पों में कलसुबाई, रतनगढ़ और संधान घाटी में ट्रेकिंग, कोलाड में रिवर राफ्टिंग, कामशेत में पैराग्लाइडिंग और पावना झील या केलवा बीच पर कैंपिंग शामिल हैं। जो लोग शांत और मनोरम जगहों की तलाश में हैं, उनके लिए नासिक के अंगूर के बाग, मांडवा में कयाकिंग और उत्तर भारत के कसौली, मसूरी, नैनीताल, कनाताल और नौकुचियाताल में झील के किनारे की शांति का चलन बढ़ रहा है।

नंदकुमार कहते हैं, “चाहे कसौली में चीड़ की खुशबू वाले गिल्बर्ट ट्रेल पर टहलना हो या मांडवा में बारिश से भरी नदियों में कयाकिंग, आज के यात्री रुकना, तरोताज़ा होना और बाहरी दुनिया से फिर से जुड़ना चाहते हैं।”

मानसून में मानसिकता में बदलाव

ये रुझान मिलकर भारतीय यात्रा व्यवहार में एक बड़े बदलाव का संकेत देते हैं, जो तेज़-तर्रार छुट्टियों से धीमी, सार्थक और प्रकृति से जुड़ी यात्राओं की ओर बढ़ रहा है। जैसा कि दोनों ट्रैवल ब्रांड पुष्टि करते हैं, यह सिर्फ़ एक मौसमी चलन नहीं है, बल्कि एक सचेत जीवनशैली विकल्प है।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.