ताजा खबर
दीपिका पादुकोण का ‘कल्कि 2898 एडी’ सीक्वल से बाहर होने पर नाग आश्विन ने लिखा एक क्रिप्टिक पोस्ट   ||    ‘लॉर्ड कर्ज़न की हवेली’: रहस्य, ह्यूमर और देसी ट्विस्ट से भरपूर डिनर पार्टी को मिली रिलीज़ डेट!   ||    कांतारा चैप्टर 1 का ट्रेलर इस दिन होगा रिलीज़   ||    19 सितंबर का इतिहास: भारत और विश्व में घटित प्रमुख घटनाएं   ||    Fact Check: राहुल गांधी के खिलाफ मल्लिकार्जुन खरगे ने दिया बयान? यहां जानें वायरल Video का सच   ||    Aaj Ka Rashifal: मेष से लेकर मीन राशिवालों के लिए कैसा रहेगा आज का दिन? पढ़ें 19 सितंबर 2025 का राशि...   ||    India vs Oman: फिर होगा 18 साल पहले जैसा चमत्कार? अभिषेक शर्मा के पास गुरु युवराज सिंह को ‘दक्षिणा’ ...   ||    बेस्ट थ्रो के बाद भी मेडल से चूके सचिन यादव, अगर ऐसा होता तो पक्का था पदक, पढ़ें इनसाइड स्टोरी   ||    Asia Cup 2025: एक दो नहीं पूरे 5 मैच खेल सकती है टीम इंडिया, नोट कर लीजिए शेड्यूल   ||    Gold Rate : नवरात्र से पहले सोने के रेट में तगड़ी गिरावट, एक ही दिन में इतने गिरे दाम   ||   

FSSAI ने खाद्य व्यवसायों के '100 प्रतिशत' दावों का उपयोग करने के खिलाफ दी चेतावनी, आप भी जानें

Photo Source :

Posted On:Wednesday, June 4, 2025

मुंबई, 4 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन) भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने खाद्य व्यवसायों को अपने पैकेजिंग, लेबल और विज्ञापनों पर '100 प्रतिशत' दावों का उपयोग करने के खिलाफ चेतावनी दी है। नियामक निकाय ने यह बयान इसलिए जारी किया क्योंकि कई कंपनियाँ अपने उत्पादों को '100 प्रतिशत प्राकृतिक', '100 प्रतिशत शुद्ध' और '100 प्रतिशत जैविक' जैसे प्रचारित कर रही थीं।

30 मई, 2025 को जारी FSSAI के नोटिस में, खाद्य निकाय ने बताया कि 100 प्रतिशत शब्द को खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 या खाद्य सुरक्षा और मानक (विज्ञापन और दावे) विनियम 2018 के तहत मान्यता प्राप्त नहीं है। उन्होंने कहा कि यह वाक्यांश उपभोक्ताओं को गुमराह कर सकता है और बाजार की प्रतिस्पर्धा को प्रभावित कर सकता है।

सतह पर '100 प्रतिशत' आश्वस्त करने वाला लगता है, लेकिन यह भ्रामक भी हो सकता है। NDTV की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कई फलों के रस उत्पादों पर '100 प्रतिशत रस' का लेबल लगाया जाता है, हालाँकि, यह ताजे रस के बजाय पानी के साथ मिश्रित फलों के सांद्रण से बनाया जाता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस वाक्यांश ने पूर्ण शुद्धता या असाधारण गुणवत्ता की धारणा बनाई है जो वास्तविक उत्पाद सामग्री को प्रतिबिंबित नहीं कर सकती है।

एजेंसी ने कहा कि उपभोक्ता, सामने के लेबल पर किए गए बोल्ड दावों पर ध्यान केंद्रित करते हैं, लेकिन जल्दी से खरीदारी का निर्णय लेते समय पीछे के बारीक प्रिंट को अनदेखा कर देते हैं। FSSAI ने कहा कि इस तरह की मार्केटिंग रणनीति न केवल उपभोक्ताओं को गुमराह करती है, बल्कि प्रतिस्पर्धी उत्पादों को भी नुकसान पहुंचाती है, खासकर वे जो सत्य हैं और आक्रामक तरीके से विपणन नहीं किए जाते हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, विज्ञापन और दावा विनियम, 2018 के उप-विनियमन 4(1) के अनुसार, खाद्य उत्पादों पर किए गए सभी दावे सत्य, स्पष्ट, भ्रामक नहीं होने चाहिए और ग्राहकों को उत्पाद की जानकारी को स्पष्ट रूप से समझने में मदद करनी चाहिए। इसके अतिरिक्त, उप-विनियमन 10(7) किसी भी दावे या विज्ञापन को प्रतिबंधित करता है जो उपभोक्ता की धारणा को विकृत करता है या अन्य उत्पादों को अनुचित रूप से अपमानित करता है।

रिपोर्ट के अनुसार, FSSAI ने कहा कि ये '100 प्रतिशत' शुद्धता के दावे अक्सर उपर्युक्त शर्तों को पूरा करने में विफल रहते हैं, जो संभावित रूप से मौजूदा विज्ञापन विनियमों का उल्लंघन करते हैं।

FSSAI ने क्या कहा?

सीएनबीसी की एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, नियामक संस्था ने खाद्य व्यवसायों से आग्रह किया है कि वे किसी भी लेबलिंग, ब्रांडिंग या प्रचार सामग्री में '100 प्रतिशत' का उपयोग न करें, जब तक कि यह सत्यापन योग्य और स्पष्ट रूप से परिभाषित न हो। इसका उद्देश्य उपभोक्ता अधिकारों की रक्षा करते हुए खुला संचार बनाए रखना और खाद्य विज्ञापन में न्यायसंगत प्रथाओं को सुनिश्चित करना है। यह सलाह भारतीय उपभोक्ताओं के बीच सूचित आहार निर्णयों को बढ़ावा देते हुए भ्रामक विपणन से निपटने के लिए FSSAI की नई प्रतिज्ञा के रूप में कार्य करती है।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.