ताजा खबर
2036 ओलंपिक की तैयारी: अहमदाबाद की जसपुर झील बनेगी वर्ल्ड क्लास डेस्टिनेशन   ||    अहमदाबाद की झुलसा देने वाली गर्मी ने ईशांत और अक्षर को किया बेहाल, मैदान पर दिखी मुश्किलें   ||    ट्रंप प्रशासन का बड़ा कदम, 1,000 विदेशी छात्रों के वीजा रद्द   ||    हिंदू विरोधी पूर्वाग्रह से निपटने के लिए स्कॉटलैंड ने उठाया बड़ा कदम, संसद में पेश किया ये प्रस्ताव   ||    अमेरिका के पूर्व सीनेटर रॉबर्ट एफ कैनेडी की हत्या किसने की, जारी हुआ 10 हजार पन्नों का रिकॉर्ड   ||    अपने भाई के साथ 1 साल तक संबंध बनाती रही अमेरिकी युवती, तब महज 17 साल थी उम्र...खुलासा कर देगा हैरान   ||    कोविड-19 लैब-लीक थ्योरी को किसने दबाया? व्हाइट हाउस की नई वेबसाइट पर बड़ा खुलासा   ||    म्यांमार में फिर आया भूकंप, देर रात दो बार हिली धरती, घर छोड़कर भागे लोग, जानिए कितनी रही तीव्रता?   ||    पूर्व अंडरवर्ल्ड डॉन मुथप्पा राय के बेटे पर जानलेवा हमला, कर्नाटक में मारी गोली   ||    BECIL के पूर्व CMD को CBI ने किया गिरफ्तार, पिछले साल दर्ज हुई थी FIR; जानें क्या है पूरा मामला   ||   

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा, सवाल उठाने से जांच एजेंसियों का गिरेगा मनोबल, जानिए पूरा मामला

Photo Source :

Posted On:Monday, September 16, 2024

मुंबई, 16 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा है कि इलेक्शन कमीशन और जांच एजेंसियों पर सवाल उठाना उनका मनोबल गिराना है। वे मुश्किल हालात में काम करते हैं। धनखड़ ने ये भी कहा कि कुछ लोगों को देश की संस्थाओं की काफी चिंता है। हमारी संस्थाएं स्वतंत्र हैं, वे कानून के तहत और संतुलन बनाकर काम करती हैं। धनखड़ ने रविवार (15 सितंबर) को मुंबई के एक स्कूल में संविधान मंदिर के उद्घाटन में ये बात कही। शुक्रवार (13 सितंबर) को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब नीति में CBI वाले मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली थी। सुनवाई के दौरान जस्टिस उज्जल भुइयां ने CBI को पिंजरे में कैद तोता बताया था।

वहीं, उपराष्ट्रपति ने आगे कहा कि राज्य के सभी अंगों- न्यायपालिका, विधायिका और कार्यपालिका का एक ही उद्देश्य है-संविधान की मूल भावना की सफलता सुनिश्चित करना, आम लोगों को सभी अधिकारों की गारंटी देना और भारत को समृद्ध और फलने-फूलने में मदद करना। सभी संस्थाओं को लोकतांत्रिक और संवैधानिक मूल्यों का पालन करते हुए साथ मिलकर काम करना होता है। इन पवित्र मंचों को राजनीतिक भड़काऊ बहस को बढ़ावा नहीं देना चाहिए। चुनाव आयोग और जांच एजेंसियों को कठिन माहौल और दबाव में काम करना होता है। कोई भी विपरीत टिप्पणी उनका मनोबल गिरा सकती है। धनखड़ ने ये भी कहा कि ऐसी टिप्पणियां राजनीतिक बहस पैदा कर सकती हैं। एक नैरेटिव बना सकती हैं। ऐसे में अगर हम सिर्फ कुछ सनसनी पैदा करने के लिए, किसी राजनीतिक बहस या धारणा बनाने का काम करते हैं तो मैं संबंधित लोगों से अपील करूंगा कि इसे पूरी तरह से टाला जाना चाहिए। लोकतंत्र में धारणा मायने रखती है।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.