भारतीय फिल्म होमबाउंड को ऑस्कर 2025 के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि के रूप में चुना गया है, और इस सम्मान को लेकर देशभर मेंउत्साह की लहर है। इस भावनात्मक पल में अभिनेता ईशान खट्टर ने सोशल मीडिया पर अपनी भावनाएं साझा कीं और इसे अपनी "अब तक की सबसेप्रिय फ़िल्म" बताया।
ईशान ने लिखा, “होमबाउंड सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि एक एहसास है।” उन्होंने निर्देशक नीरज घायवान को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने“कठिन और अकेलेपन भरे समय में बेहद मानवीय कहानी कही।” उन्होंने निर्माता करण जौहर, प्रवीण खैरनार और दिग्गज फिल्मकार मार्टिन स्कॉर्सेसीका विशेष धन्यवाद किया, जिनका सहयोग इस सफ़र में “सोने पे सुहागा” रहा।
अपने सह-कलाकार विशाल जेठवा को “मेरे भाई” कहते हुए उन्होंने उनके साथ साझा की गई गहरी मित्रता का ज़िक्र किया और जाह्नवी कपूर कोधन्यवाद दिया, जिन्होंने “शुरुआत से ही पूरे दिल से फ़िल्म का साथ दिया।”
होमबाउंड एक ऐसी कहानी है जो खोने, जुड़ने, और "घर" की गहराई से तलाश करती है। यह फिल्म उन भावनाओं को छूती है जो हर आम इंसानमहसूस करता है—चुप्पी में छिपा अकेलापन, और संबंधों की डोर जो हमें फिर से जोड़ती है।
ईशान खट्टर का अभिनय इस फिल्म में उनके करियर की नई ऊंचाइयों पर पहुंचा है। विशाल जेठवा की परफॉर्मेंस को सधी हुई, लेकिन भावनात्मकरूप से विस्फोटक बताया जा रहा है, जबकि जाह्नवी कपूर ने अपने शांत और स्थिर किरदार से कहानी को गहराई दी है।
नीरज घायवान, जो पहले मसान जैसी शानदार फिल्में दे चुके हैं, इस बार भी अपनी विशेष संवेदनशीलता के साथ हर किरदार में इंसानियत की रौशनीबिखेरते हैं। जैसे ही होमबाउंड का ट्रेलर रिलीज़ हुआ, इसे “दर्द में लिपटी सिनेमाई कविता” कहा गया।
ईशान खट्टर ने कहा, “हम आखिरकार घर लौट रहे हैं।” यह सिर्फ एक लाइन नहीं, बल्कि भारतीय सिनेमा की एक पीढ़ी की भावना है—जो अब खुदको दुनिया के सामने बेहद आत्मविश्वास और संवेदनशीलता के साथ पेश कर रही है।
अब यह फिल्म 26 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी। आलोचकों और दर्शकों की उम्मीदें इससे जुड़ चुकी हैं, और ऑस्कर की ओर इसका सफर भी शुरू हो चुका है।