ताजा खबर
उत्तर कोरिया में भीषण हादसा, किम जोंग-उन के सामने डूबा 5000 टन वजनी युद्धपोत   ||    असीम मुनीर का फील्ड मार्शल बनना ‘डिस्टर्बिंग साइन’, पूर्व अमेरिकी NSA ने जताई चिंता   ||    Israel-Gaza Ceasefire: गाजा में सीजफायर पर राजी हुए नेतन्याहू, अब हमास को माननी होंगी ये शर्तें   ||    जेलेंस्की के बाद अब इस देश के राष्ट्रपति के साथ हुई डोनाल्ड ट्रंप की भिडंत, सोशल मीडिया में वीडियो व...   ||    कतर विमान मामले में सवाल करने पर क्यों भड़के ट्रंप, रिपोर्टर से बोले- आपको यहां से चले जाना चाहिए   ||    Washington: इजराइली दूतावास के 2 कर्मचारियों की गोली मारकर हत्या, यहूदी संग्रहालय के पास की घटना   ||    School Assembly News Headlines Today: 22 मई के लिए टॉप राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय, खेल और मनोरंजन जगत ...   ||    Live Weather Updates: देश के 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश में आंधी-बारिश की संभावना, मैदानी राज...   ||    जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में एनकाउंटर, सेना ने 3-4 आतंकियों को घेरा   ||    Jyoti Malhotra Youtuber: 5 दिन की रिमांड के बाद आज कोर्ट में पेश होगी ज्योति, पुलिस की पूछताछ में हु...   ||   

पाकिस्तान सेना के समर्थन में जुटे हजारों आतंकी, 2 दिन पहले कराची में निकाली रैली, जानिए पूरा मामला

Photo Source :

Posted On:Wednesday, May 14, 2025

मुंबई, 14 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। कराची में 12 मई को हजारों कट्‌टरपंथी नेताओं और आतंकवादियों ने पाकिस्तान सेना के समर्थन में रैली की। इस रैली में लश्कर-ए-तैयबा और अहले सुन्नत वल जमात शामिल थे। दोनों ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवादी संगठन घोषित हैं। ऑपरेशन बनयान-उन-मर्सूस का जश्न मनाते हुए रैली में आतंकियों और कट्‌टरपंथी नेताओं ने बुलेटप्रूफ ग्लास के पीछे खड़े होकर भारत विरोधी भाषण दिए। पाकिस्तान की दिफा-ए-वतन काउंसिल की दिफा-ए-वतन रैली का आयोजन जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने किया था।

तो वहीं, दिफा-ए-वतन काउंसिल पाकिस्तान के धार्मिक और राजनीतिक संगठनों का गठबंधन है। इसका मकसद देश की रक्षा करना है। इस रैली में कई कट्टरपंथी मौलाना भी शामिल भी शामिल हुए। इन्होंने भारत के खिलाफ भड़काऊ बयानबाजी की और दोनों देशों के संघर्ष को धर्म से जोड़कर पेश किया। कट्टरपंथी मुफ्ती तारिक मसूद ने कहा कि पाकिस्तान के गद्दार PAK आर्मी को सेक्युलर कहते हैं, जबकि हमारे दुश्मन हमारी आर्मी को मजहबी आर्मी कहते हैं। इस युद्ध को जीतने के बाद यह तय हो गया है कि हमारी सेना सेक्युलर नहीं है। यह एक ऐसी सेना है जो शहादत (बलिदान) का जुनून रखती है और मजहब और इस्लाम के नाम पर, अल्लाह के नाम पर अपनी जान कुर्बान कर देती है। साथ ही, जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (सिंध) के महासचिव अल्लामा राशिद महमूद ने भारत को खुलेआम धमकी दी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी आर्मी ने इजराइली ड्रोनों को गिराकर उसका घमंड चकनाचूर कर दिया। फ्रांस के राफेल जेट को मार गिराया और रूस में बने S-400 डिफेंस सिस्टम को भी तबाह कर दिया। इससे रूस को भी पता चल गया है कि पाकिस्तान से पंगा लेने से पहले तुम्हें सौ बार सोचना चाहिए।

बता दें, पाकिस्तान आर्मी और आतंकियों के बीच लंबे वक्त से गठजोड़ रहा है। भारत के ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मारे गए पाकिस्तानी आतंकियों के जनाजे में वहां की सेना के सीनियर अफसर और नेता भी शामिल हुए थे। इसकी एक फुटेज भी सामने आई थी। इस फुटेज में पाकिस्तानी नेता ओर अफसर, लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर अब्दुल रऊफ के साथ जनाजे की नमाज पढ़ते दिख रहे थे। इनमें लेफ्टिनेंट जनरल फैयाज हुसैन, मेजर जनरल राव इमरान सरताज, मेजर जनरल मोहम्मद फुरकान शब्बीर, पंजाब पुलिस के IG डॉक्टर उस्मान अनवर और सांसद मलिक अहमद शामिल थे। दरअसल, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकियों ने धर्म पूछकर 26 टूरिस्ट की हत्या कर दी थी। महिलाओं और बच्चों के सामने पुरुषों को सिर और सीने में गोली मारी थी। घटना के दौरान प्रधानमंत्री मोदी सऊदी अरब में थे। वे दौरा बीच में ही छोड़कर देश लौटे और कैबिनेट की मीटिंग बुलाई। हलगाम घटना के 15 दिन बाद सेना ने पाकिस्तान और PoK में एयर स्ट्राइक की। 25 मिनट में 9 आतंकी ठिकाने तबाह कर दिए थे। 100 से ज्यादा आतंकियों को ढेर कर दिया।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.