ताजा खबर
अहमदाबाद प्लेन क्रैश: जांच में शामिल हुए ‘ह्यूमन फैक्टर’ एक्सपर्ट, पायलट पर WSJ का बड़ा दावा   ||    अहमदाबाद में ‘रेप-गैंगरेप’ चेतावनी वाले पोस्टर्स पर बवाल, पुलिस ने किया पल्ला झाड़ा   ||    सोनम बाजवा सातवें आसमान पर – ‘गड्डे गड्डे चा’ को मिला राष्ट्रीय पुरस्कार, चमक रहा है करियर का सितारा   ||    शाहरुख खान ने नेशनल अवॉर्ड के लिए आभार जताया!   ||    डिनर डेट पर नजर आये तारा सुतारिया और वीर पाहाड़िया!   ||    अल्लू अर्जुन ने विक्रांत मैसी और रानी मुखर्जी को नेशनल अवार्ड जीतने पर दी बधाई!   ||    मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन अहमदाबाद में 12 मंजिला ऊंचाई पर दौड़ेगी, साबरमती पर बन रहा 36 मीटर ऊंचा प...   ||    कानपुर में अहमदाबाद जाने वाली जनसाधारण एक्सप्रेस का डिब्बा पटरी से उतरा, बड़ा हादसा टला   ||    साबरमती रिवरफ्रंट पर दौड़े उमर अब्दुल्ला, अटल ब्रिज की तारीफ, बोले- सबसे खूबसूरत जगहों में से एक   ||    विमान हादसे के पीड़ितों के परिवार को 10 करोड़ मुआवजे का लालच देकर ठगी की कोशिश, धमकी भी दी   ||   

टैरिफ पर ट्रंप का बड़ा ऐलान; 75 देशों में 90 दिन की रोक, पर चीन भुगतेगा परिणाम

Photo Source :

Posted On:Thursday, April 10, 2025

वॉशिंगटन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और 2024 के रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने अंतरराष्ट्रीय व्यापार नीति में बड़ा यू-टर्न लेते हुए 75 से अधिक देशों पर लगाए गए टैरिफ को अस्थायी रूप से वापस ले लिया है। बुधवार को लिए गए इस फैसले के तहत रेसिप्रोकल टैरिफ पर 90 दिनों की रोक लगा दी गई है, हालांकि यह राहत चीन को नहीं मिली है। चीन पर अब 125 प्रतिशत तक टैरिफ लगाया गया है, जो पहले 104 प्रतिशत था।

चीन पर बढ़ा दवाब

यह कदम चीन की ओर से हाल ही में अमेरिका पर 84 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाने के जवाब में उठाया गया है। ट्रंप प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि चीन द्वारा उठाए गए ‘असहयोगात्मक’ कदमों के चलते अमेरिका को यह सख्त निर्णय लेना पड़ा। वहीं बाकी देशों को इस कदम से अस्थायी राहत दी गई है, जिससे अमेरिका और उन देशों के बीच नए व्यापार समझौते करने का रास्ता खुल सके।

टैरिफ वापसी की बड़ी वजहें

ट्रंप के टैरिफ लगाने के बाद अमेरिका समेत कई देशों के शेयर बाजारों में गिरावट देखी गई थी। महंगाई और मंदी जैसे हालात बनने लगे थे, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता की लहर दौड़ गई। अमेरिकी शेयर बाजार में भले ही 3.1 लाख करोड़ डॉलर का इजाफा हुआ, लेकिन वैश्विक स्तर पर बाजार में 10 लाख करोड़ डॉलर की गिरावट आई थी। यह अमेरिका के लिए दीर्घकालिक रूप से नुकसानदायक हो सकता था।

इसके अलावा एलन मस्क जैसे दिग्गज उद्योगपतियों ने भी ट्रंप को चेताया था कि टैरिफ की नीति अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए घातक हो सकती है। ट्रंप की अपनी ही पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता भी इस कदम के खिलाफ थे, जिन्होंने इसे असंवैधानिक और खतरनाक बताया था।

क्रूड ऑयल से लेकर बेरोजगारी तक

टैरिफ लागू होने के बाद कच्चे तेल की कीमतों में बड़ी गिरावट आई थी, जिससे अमेरिका के ऊर्जा बाजार को झटका लगा। साथ ही अमेरिका में महंगाई और बेरोजगारी दर बढ़ने लगी थी। प्रमुख बैंक और आर्थिक विश्लेषक मंदी की चेतावनी दे रहे थे। बॉन्ड मार्केट में भी भारी उथल-पुथल मच गई थी। इन सभी आर्थिक दबावों के चलते ट्रंप प्रशासन को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना पड़ा।

अमेरिकी कंपनियों पर असर

चीन से प्रोडक्ट्स मंगाने पर टैरिफ बढ़ने से अमेरिकी कंपनियों की लागत बढ़ने लगी थी। चूंकि अधिकांश देशों पर टैरिफ पहले ही लागू थे, इसलिए कंपनियों को विकल्प नहीं मिल रहे थे। इसका सीधा असर प्रोडक्शन और सप्लाई चेन पर पड़ा, जिससे बाजार में असंतुलन की स्थिति पैदा हो गई।

निष्कर्ष

डोनाल्ड ट्रंप का यह यू-टर्न एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है, जिससे अमेरिका को अंतरराष्ट्रीय व्यापार मोर्चे पर राहत मिलने की उम्मीद है। हालांकि चीन पर सख्ती जारी रहने के संकेत मिल रहे हैं। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह नीति बदलाव अमेरिका की वैश्विक स्थिति को कैसे प्रभावित करता है।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.