अहमदाबाद न्यूज डेस्क: गुरुवार को अहमदाबाद में एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस दर्दनाक हादसे में 241 यात्रियों की जान चली गई, जिनमें 10 क्रू मेंबर और तीन छोटे बच्चे भी शामिल थे। यह विमान अहमदाबाद से लंदन जा रहा था, लेकिन मेघानी नगर इलाके के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। घटना के बाद जांच एजेंसियां हर पहलू की जांच में जुट गई हैं। DGCA के प्रवक्ता ने बताया कि अभी दुर्घटना के कारण का पता नहीं चल पाया है, लेकिन जांच शुरू कर दी गई है और सभी संबंधित एजेंसियों को इसमें शामिल किया गया है।
इस हादसे का असर सिर्फ यात्रियों और उनके परिवारों तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि इसका सीधा असर अमेरिकी शेयर बाजार पर भी देखने को मिला। बोइंग कंपनी, जो इस विमान की निर्माता है, उसके शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई। गुरुवार को अमेरिकी बाजार में बोइंग का शेयर करीब 5% गिरकर 203.60 डॉलर पर बंद हुआ। भारतीय समय के अनुसार दोपहर 3.31 बजे प्री-मार्केट ट्रेडिंग में यह शेयर 6.42% गिरकर 196.51 डॉलर तक पहुंच गया था।
बोइंग एक अमेरिकी कंपनी है जो हवाई जहाजों के साथ-साथ हेलीकॉप्टर, रॉकेट, सैटेलाइट और मिसाइल जैसे उपकरण बनाती है और दुनियाभर में अपना कारोबार करती है। भारत में भी इसका बड़ा नेटवर्क है, इसलिए इस हादसे का असर भारतीय एविएशन मार्केट पर भी दिखाई दिया। बुधवार को कंपनी का शेयर 214 डॉलर पर बंद हुआ था, जो गुरुवार को और गिर गया।
एयर इंडिया की इस दुर्घटना के चलते भारत की दूसरी विमानन कंपनियों के शेयरों पर भी असर पड़ा। गुरुवार को इंडिगो की पैरेंट कंपनी इंटरग्लोब एविएशन का शेयर 3.31% गिरकर 5446.35 रुपये पर बंद हुआ, जबकि स्पाइसजेट का शेयर 2.40% की गिरावट के साथ 44.40 रुपये पर बंद हुआ। दिन के दौरान इंडिगो का शेयर गिरकर 5420 रुपये और स्पाइसजेट का शेयर 44.29 रुपये तक पहुंच गया था। यह घटना न सिर्फ एक मानवीय त्रासदी है, बल्कि इसका व्यापक आर्थिक असर भी देखने को मिला है।