अहमदाबाद न्यूज डेस्क: अहमदाबाद विमान हादसे की जांच में एक बड़ा संकेत सामने आया है, जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि विमान के क्रैश होने के वक्त इमरजेंसी पावर सिस्टम यानी रैम एयर टरबाइन (RAT) एक्टिव था। यह वही सिस्टम होता है जो तब चालू होता है जब विमान के इंजन या मुख्य सिस्टम फेल हो जाते हैं। वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक, शुरुआती जांच में यह तथ्य सामने आया है, जिससे सवाल उठ रहे हैं कि क्या टेकऑफ के कुछ ही समय बाद दोनों इंजन बंद हो गए थे या फिर किसी अहम सिस्टम में गड़बड़ी हुई थी। हालांकि, बोइंग कंपनी ने इस रिपोर्ट पर फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं की है।
हर विमान में आपात स्थिति के लिए RAT नाम का छोटा सा टरबाइन मौजूद होता है जो इंजन फेल होने की स्थिति में बैकअप पावर देता है। आमतौर पर इसकी जरूरत तभी पड़ती है जब इंजन या हाइड्रोलिक सिस्टम में दिक्कत आ जाए। एयर कमोडोर एएस बहल का कहना है कि यह सिस्टम अपने आप भी चालू हो सकता है, और जरूरत पड़ने पर पायलट इसे मैनुअली भी एक्टिव कर सकते हैं। बोइंग के मैनुअल के अनुसार, अगर कॉकपिट के इलेक्ट्रिकल सिस्टम फेल हों या मोटर पंप में खराबी हो, तब भी RAT एक्टिव हो सकता है।
विमान हादसे में बचे इकलौते यात्री विश्वास कुमार रमेश की गवाही को विशेषज्ञ RAT एक्टिवेशन से जोड़कर देख रहे हैं। उन्होंने बताया था कि विमान ने पहले उड़ान भरी, लेकिन थोड़ी ही देर में अचानक धीमा हो गया और फिर तेजी से नीचे गिरने लगा। एयर कमोडोर बहल का मानना है कि उस समय सिस्टम ने इमरजेंसी पावर सप्लाई देना शुरू कर दिया था, लेकिन इतने बड़े विमान को केवल RAT के भरोसे नहीं उड़ाया जा सकता था। अगर विमान के सामने खुला मैदान होता, तो पायलट की मेहनत से शायद जान-माल का इतना बड़ा नुकसान नहीं होता।
हादसे से जुड़ी अन्य जानकारियों के अनुसार, विमान ने टेक ऑफ करते हुए 625 फीट की ऊंचाई तो ले ली थी, लेकिन महज 50 सेकंड में उसका लोकेशन ट्रांसमिट होना बंद हो गया। पायलट ने MayDay कॉल की थी लेकिन तुरंत बाद कॉकपिट का संपर्क टूट गया। हरे और सफेद लाइटों के जलने, विमान के ठहरने जैसी घटनाएं इस ओर इशारा करती हैं कि टेक ऑफ के बाद ही कोई गंभीर तकनीकी गड़बड़ी आई थी, जिससे विमान का कंट्रोल खत्म हो गया और यह दुर्घटना हो गई।